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फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है और इस वर्ष यह शुभ तिथि 13 मार्च2025 गुरुवार को है।
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होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है और इसकी पूजा से सुख-शांति एवं सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ लोगों को होलिका दहन की अग्नि नहीं देखनी चाहिए और ना ही पूजा में शामिल होना चाहिए।
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नवविवाहित दुल्हन को ससुराल में पहली होली नहीं देखनी चाहिए, इसलिए कई परिवार उन्हें मायके भेज देते हैं।
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मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को होलिका दहन और पूजा के धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रहना चाहिए।
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बीमार, वृद्ध या शारीरिक कमजोर व्यक्ति को होलिका दहन की अग्नि देखने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
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नवजात बच्चों को होलिका दहन से दूर रखें, क्योंकि वहां नकारात्मक ऊर्जा और हानिकारक धुआं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
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गर्भवती महिलाओं को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए, क्योंकि इससे गर्भस्थ शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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जिनकी केवल एक संतान है, उन्हें होलिका दहन की अग्नि नहीं जलानी चाहिए और इसका दर्शन भी नहीं करना चाहिए।
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