कर्ज में डूबना गलती है या पिछले जन्म का फल, प्रेमानंद महाराज से जानिए

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि कर्ज लेना और नहीं चुका पाना सिर्फ इस जन्म की गलती नहीं, पिछले जन्म के प्रारब्ध का फल भी हो सकता है। लेकिन इसका समाधान भी हमारे पास ही है।

महाराज जी कहते हैं कि जिससे हमने पिछले जन्म में कुछ लिया और नहीं चुकाया, वह इस जन्म में कर्ज के रूप में हमारे पास आता है। यह प्रकृति का हिसाब है – कोई बच नहीं सकता है।

प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, लालच, दिखावा, जरूरत से ज्यादा खर्च और बिना सोचे कर्ज लेना – ये इस जन्म की गलतियां हैं। दोनों मिलकर कर्ज का पहाड़ बना देती हैं।

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि कर्ज लेते ही आप आजाद नहीं रहे। जिससे लिया, उसका गुलाम बन गए। कर्ज मुक्त होने तक मन में डर, तनाव और चिंता बनी रहती है।