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Tilted Brush Stroke

रात में राखी बांधना शुभ या अशुभ?

रक्षाबंधन का पावन पर्व श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और इस साल ये पर्व 9 अगस्त यानी शनिवार के दिन मनाया जा रहा है।

राखी का पर्व भाई-बहन को समर्पित होता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

इसके साथ ही वो अपनी भाई की लंबी उम्र, सुरक्षा और समृद्धि की कामना करती हैं।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

राखी बांधने के बाद भाई बहनों को रक्षा और सहयोग का वचन देता है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

इस बार भद्रा नहीं है, तो ऐसे में राखी बांधने का मुहूर्त भी काफी देर तक रहेगा। बहनें सुबह से लेकर दोपहर तक भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

लेकिन सवाल यह है कि क्या रात में राखी बांधना चाहिए या नहीं? क्योंकि आपने अक्सर सुना होगा कि सूर्योदय के बाद या रात में राखी नहीं बांधनी चाहिए।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

ज्योतिषियों की मानें, तो राखी बांधने का संबंध सुबह, दोपहर या रात के समय से नहीं है। इसके लिए कुछ बातें ध्यान में रखना होता है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

राखी बांधते वक्त भद्रा काल का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि यह काल अशुभ माना जाता है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

दूसरा ये है कि बहनों को हमेशा शुभ मुहूर्त ही देखकर भाई की कलाई में राखी बांधनी चाहिए। इससे भाग्योदय होता है।