मतदान से पहले अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ हुई है। सुरक्षाकर्मियों ने कांकेर जिले में कुछ वरिष्ठ कैडरों सहित 29 नक्सलियों को मार गिराया है।

छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद यह पहली बार है जब किसी मुठभेड़ में इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। इस एनकाउंटर में पूरे बटालियन का खत्म हो गया।

इस एनकाउंटर में तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए और मौके से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।  उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इसे "सर्जिकल स्ट्राइक" बताया हैं।

ऑपरेशन में मारे गए सभी नक्सली वर्दीधारी और सशस्त्र नक्सली थे। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। उनका पोस्टमॉर्टम चल रहा है।

उत्तरी बस्तर डिवीजन के नक्सली शंकर, ललिता, राजू समेत अन्य नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। गोलीबारी में इनके मारें जाने की आशंका हैं।

छोटेबेठिया में BSF और DRG के संयुक्त दल को गश्ती के लिए रवाना किया था। दोपहर लगभग दो बजे नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी।

'घटनास्थल से 29 माओवादियों के शव और एके-47, एसएलआर, इंसास और 303 राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।

मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। उन्हें इलाज के लिए विमान से राजधानी रायपुर ले जाया गया है।

इस साल अब तक अलग-अलग मुठभेड़ में 79 नक्सली मारे गए हैं। 2 अप्रैल को, 13 जबकि 27 मार्च को बीजापुर में 6 माओवादी मारे गए थे।

लगातर मिल रही कामयाबी से बस्तर पुलिस और अर्धसैनिक बलों का हौसला सातवें आसमान पर हैं। पुलिस का कहना हैं कि नक्सलियों के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा।