प्रदेश सरकार की योजना c मार्ट में कांकेर जिला की स्व सहायता समूह की महिला की मेहनत बेहतर और उत्पाद से प्रदेश में शीर्ष स्थान पर है।

कांकेर जिले का c मार्ट प्रदेश में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुआ है। इससे जुडी स्व सहायता समूह की महिलाओ ने अपने परिश्रम से और बेहतर उत्पाद से ना केवल अपनी आय बढ़ाई बल्कि किसानो के उत्पाद को भी उचित मूल्य दिलाया है।

पिछले 1 साल की बात की जाए तो 2करोड़ 26 लाख रूपए का विक्रय कर कांकेर का c मार्ट प्रदेश में पहले स्थान पर है। मिलेट यहां पर सबसे ज्यादा बिकने वाला उत्पात है।

कोदो, कूटकी रागी एवं उससे बने उत्पाद, जैसे आटा, पापड़, कुकीज यहां किफायती दामों में उपलब्ध है। साथ ही यहां समूह द्वारा तैयार किया गया चार, महुआ लड्डू, मिट्टी बर्तन, सबांस सामान आदि की भी काफ़ी मांग है।

 साबूदाना, पापड़ ,बड़ी, शहद, मिट्टी बर्तन,बांस सामान, नारियल तेल की भी काफ़ी मांग है। समूह द्वारा हाथ करघा से तैयार किए गए गमछा और बैड सीट को भी लोग पसंद कर रहे है।

c मार्ट में बड़ी कम्पनियो के रोज मर्रा में उपयोग में आने के सामान भी रखे गए है, जिससे लोगो को जरूरत के सामान एक जगह उयलब्ध हो सके।

कांकेर c मार्ट मै 58 सप्लायार 1168 प्रकार के प्रोडक्ट सप्लाई करते है, जिसमें 47 स्व सहायता समूह के 60%प्रोडक्ट और मेल के लिए 11बड़ी कंपनी के रोज मर्रा के सामान बिक्री के लिए रखे गए है।

C मार्ट के खुलने से स्व सहायता समूह को रोजगार तो मिला ही साथ में किसानों को उचित मूल्य और उपभोक्ता को अच्छा सामान मिल पा रहा है।