रायगढ़ जिले का मिलेट कैफे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ख्याति बना रहा है। इस कैफे में रागी से बने चीला, इडली, पिज्जा जैसे दर्जनों प्रकार के लजीज व्यंजन लोगों को परोसे जा रहे हैं।

इस अनूठे मिलेट्स कैफे की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राजधानी दिल्ली तक मिलेट्स कैफे की गूंज है।

देश के पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत संचालित इस मिलेट्स कैफे की अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में सराहना की है।

योजना का मकसद न सिर्फ लोगों को लजीज व्यंजन उपलब्ध कराना है बल्कि मिलेट मिशन के तहत मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देना भी है।

इस कैफे में रागी, कोदो, कुटकी जैसे मोटे अनाजों से बने लजीज व्यंजन परोसे जा रहे हैं जिसमें स्वाद के साथ सेहत की जुगलबंदी है। कैफे का संचालन का जिम्मा पूरी तरह महिलाओं के हाथों में है।

दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रागी से बने उत्पादों को बढ़ावा देने की लोगों से अपील की है। साथ ही साथ रागी कोदो कुटकी जैसे फसलों को प्रदेश में बढ़ावा भी दिया जा रहा है।

राज्य सरकार ने कोदो, कुटकी और रागी का समर्थन मूल्य तय करने के साथ-साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दायरे में इन्हें भी शामिल किया है।

प्रदेश के 14 जिलों को इस मिशन में शामिल किया गया है। इसके लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च हैदराबाद से एमओयू किया गया है।

एमओयू के अंतर्गत इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च हैदराबाद छत्तीसगढ़ में कोदो, कुटकी एवं रागी की उत्पादकता बढ़ाने न न सिर्फ तकनीकी जानकारी दे रही है बल्कि किसानों को उच्च क्वालिटी के बीज भी उपलब्ध करा रही है।