हरदा की रहने वाली उषा गोयल को आज पूरा शहर मम्मी के नाम से जानता है।

विगत 20 वर्षो से सामाजिक तौर पर कार्य करने वाली उषा गोयल को लोग मम्मी के नाम से जानते हैं। वे कई मानव सेवा कार्य करती हैं।

उषा अपने हाथों से कपड़े बनाकर जिला हॉस्पिटल में नवजात बच्चों को प्रदान करती है।

उषा 20 वर्षो से रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को ठंडा पानी पिलाती है। सामिजिक क्षेत्र में अच्छे कार्य के लिए उन्हें कई अवार्ड एंव सम्मान भी मिले चुके हैं।

उषा गोयल ने 2001 में जिला हॉस्पिटल में एक बार एक महिला को देखा था कि सुविधाओं के अभाव के कारण से नवजात बच्चों को अपने तन ढकने के लिए कपड़े नहीं मिलते थे।

उषा गोयल ने उसी दिन से प्रतिदिन अपने हाथो से कपड़े बनाकर नवजात बच्चों की माँ को कपड़े वितरण करती है।

साथ ही उषा प्रसूति माताओ को भोजन व दलिया भी वितरण करती है।

जब अज्ञात लावारिस हालत में किसी की मौत हो जाती है तो उषा गोयल उसे अपने धर्म के अनुसार  उसकाेअंतिम संस्कार की व्यवस्था करती है, ताकि उसकी आत्मा को शांति मिले।