Image: Twitter/@IBC24

Para-Archer Sheetal Devi

Image: Twitter/@IBC24

जन्म से ही बिना हाथ के पैरा तीरंदाज शीतल देवी ने वर्ल्ड पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपने सपने को हकीकत में बदल दिया है। 

Image: Twitter/@IBC24

पिछले साल नवंबर में प्रसिद्ध टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर की थी कि एक दिन वे एबल-बॉडी एथलीटों के साथ शीर्ष स्तर पर मुकाबला करेंगी।

Image: Twitter/@IBC24

  अब ठीक एक साल बाद, नवंबर 2025 में उनका यह सपना सच हो गया।

Image: Twitter/@IBC24

शीतल देवी को जेद्दा में आयोजित होने वाले एशिया कप स्टेज 3 के लिए भारतीय एबल-बॉडी जूनियर टीम में शामिल किया गया है।

Image: Twitter/@IBC24

यह किसी भी भारतीय पैरा-एथलीट के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि वे पहली भारतीय पैरा तीरंदाज हैं जो एबल-बॉडी जूनियर टीम का हिस्सा बन रही हैं।

Image: Twitter/@IBC24

टीम में चुने जाने के बाद शीतल देवी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जब मैंने खेलना शुरू किया तो मेरा एक छोटा सा सपना था-एक दिन सक्षम तीरंदाजों के साथ मुकाबला करना।

Image: Twitter/@IBC24

मैंने पहले सफल नहीं हुई, लेकिन हार नहीं मानी और हर हार से सीखा। आज वो सपना एक कदम और करीब आ गया है।

Image: Twitter/@IBC24

हरियाणा के सोनीपत में हुए नेशनल सेलेक्शन ट्रायल्स में शीतल ने 60 से ज्यादा एबल-बॉडी तीरंदाजों के बीच चार दिन तक चले मुकाबले के बाद तीसरा स्थान हासिल किया।

Image: Twitter/@IBC24

क्वालिफिकेशन राउंड में उन्होंने कुल 703 अंक (352+351) हासिल किए, जो शीर्ष क्वालिफायर तेजल साल्वे के बराबर थे। 

सवाल आपका है