जिस वार्ड में रहते हैं विधायक और महापौर वहां बून्द-बून्द पानी को तरसते हैं लोग। पीने के पानी के लिए करना पड़ता है जद्दोजहद,गहरे खाई में उतर कर भरते हैं पानी,चार दिन में एक बार मिलता है पानी।

विकास की कलई वहां जाकर खुल जाती है जिस वार्ड में खुद क्षेत्रीय विधायक विनय जायसवाल और निगम महापौर कंचन जायसवाल निवास करते हो।

जी हाँ हम बात कर रहे हैं मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के चिरमिरी नगर निगम के वार्ड नंबर तीस, इकतीस और बतीस की जहां लोगों को पीने के पानी के साथ अन्य निस्तार हेतु एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। 

इन वार्डों के लोग अपने घरों से निकलकर जंगल की ओर गहरे खाई में उतर कर तुर्रा से पानी भरना पड़ता है। यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है मगर कोई भी जनप्रतिनिधि आज तक इनकी समस्या का समाधान नहीं कर पाया है ।

इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक विनय जायसवाल से बात की गई तो उन्होंने पानी की किल्लत पंद्रह दिनों से होने की बात कही।  उन्होंने कहा कि चिरमिरी पहाड़ी हिल है यहां प्राकृतिक तुर्रा है, जिसका लोग वर्षो से पानी पीते हैं जबकि सभी घरों में नल लगा हुआ है।

वार्डवासियों की माने तो यहां पानी की समस्या वर्षों से बनी हुई है । तीन वार्डों के सैकड़ो लोग प्रतिदिन तुर्रा में पानी लेने और यहां नहाने के लिए आते हैं। जो परिवार तुर्रा तक नहीं पहुंच पाते उन्हें घर में बीस से पच्चीस रुपए डिब्बा में पानी खरीदना पड़ता है।

नगर निगम का जो नल घरों में लगा है उसमें सप्ताह में एक या दो दिन ही पानी आता है उसमे महज दो-चार डिब्बे ही पानी मिल पाता है।

ऐसे में लोगों को इसी तुर्रा के पानी पर निर्भर होना पड़ता है।