ये तस्वीर राम मंदिर गर्भगृह की है, यहां प्रभु श्रीराम विराजमान होंगे। इसमें दिख रहा है कि मंदिर के गर्भगृह में सभी स्तंभ खड़े किए जा चुके हैं।

गर्भगृह निर्माण के सामने की तस्वीर

यह तस्वीर राम मंदिर के गर्भगृह निर्माण के सामने की है। भगवान राम लला के मंदिर का गर्भगृह अष्ट कोणीय होगा।

रामजन्मभूमि के लिए पत्थर यहीं पर तराशे जा रहे। तीर के सिरे पर सूर्य की किरण की भव्य तस्वीर कैमरे में कैद की गई।

तीर के सिरे पर सूर्य की किरण

इस प्रकार की ईंट का इस्तेमाल

राम मंदिर में इस प्रकार की ईंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। ईंटों पर श्रीराम 2023 लिखा हुआ है

इस स्थान पर रामलला होंगे विराजमान

यह तस्वीर भी गर्भ गृह की है। इसमें जिस स्थान पर ध्वज लहरा रहा है, उसी स्थान पर रामलला विराजमान होंगे।

सफेद संगमरमर से बनाई मकराना

तस्वीर में राम मंदिर के स्तंभ आकार लेते दिखाई दे रहे हैं। दीवारें मकराना के सफेद संगमरमर से बनाई जा रही हैं।

200 बीम की नक्काशी का काम

छत के करीब 200 बीम की नक्काशी का काम पूरा हो चुका है। बीम की तराशी रामसेवक पुरम और रामघाट स्थित कार्यशाला में हो रही है।

दर्शन करने के लिए 32 सीढ़ियां

रामलला के दर्शन करने के लिए 32 सीढ़ियां बननी हैं, जिसमें से 24 सीढ़ियां बन गई हैं। भव्य स्वरूप दूर से ही दिखाई देने लगा

गर्भगृह पर 20 फीट ऊंची दीवार

भूतल निर्माण में गर्भगृह पर 20 फीट ऊंची दीवार और 166 पिलर खड़े कर दिए गए हैं। मंदिर निर्माण में बड़ी-बड़ी मशीनें लगी हुई हैं।