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आज भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 133वीं जयंती है। उनका जन्म आज ही के दिन 14 नवंबर 1889 में हुआ था।

पंडित जवाहरलाल नेहरू कश्मीर के एक पंडित परिवार से थे। उनकी दो बहनें थीं जिनका नाम विजय लक्ष्मी पंडित और कृष्णा हुथीसिंह थीं।

पंडित जवाहरलाल नेहरू को कभी भी नोबेल पुरस्कार नहीं मिला, हालांकि उन्हें वर्ष 1950 और 1955 के बीच 11 बार नामांकित किया गया था। 

1907 में कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज में दाखिला लेने के बाद नेहरू ने वर्ष 1910 में नैचुरल साइंस में ऑनर्स की डिग्री हासिल की

देश की आजादी की लड़ाई के दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू को नौ अलग-अलग बार जेल भेजा गया था। 

   उन्होंने 1935 में जेल में रहते हुए एक आत्मकथा भी लिखी थी। इसका नाम "टुवार्ड फ्रीडम" रखा गया था, जिसे 1936 में संयुक्त राज्य अमेरिका में जारी किया गया था।  

1929 में नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष बने और आजादी की चल रही लड़ाई में एक प्रमुख भूमिका निभाई, जिसका नेतृत्व कांग्रेस कर रही थी। 

27 मई 1964 को पंडित नेहरू का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था और लगभग 1.5 मिलियन लोग उनके दाह संस्कार के साक्षी बने थे।

आजादी के पहले गठित अंतरिम सरकार में और आजादी के बाद 1947 में भारत के प्रधानमंत्री बने और 27 मई 1964 को उनके निधन तक इस पद पर बने रहे।

जवाहर लाल नेहरू ने आजादी के बाद 5 अगस्त 1947 को देश का प्रधानमंत्री पद संभाला था। उसके बाद वह 27 मई 1964 तक यानि 16 साल 286 दिनों तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहे। यह एक रिकॉर्ड है।