कई बार महिलाओं को गर्भपात होने पर भी  पता नहीं चलता हैं कि उनका गर्भपात हो गया है और वह सामान्य रहने लगती है।

पहले महीने में ही गर्भपात का पहला लक्षण रक्तस्त्राव होना है। इसके साथ ही  पेट में असहनीय दर्द और ऐंठन होती है।

प्रग्नेंसी या गर्भावस्था के शुरुआती समय में ही गर्भपात हो जाए तो रक्तस्त्राव हल्का या फिर ज्यादा होने लगता है। कई बार खून के थक्के भी आते है।

कई मामलों में स्कैन में गर्भावस्था थैली खाली दिखाई दे और भ्रूण की मौजूदगी न दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें वह  बताएंगे कि आपका गर्भपात हो गया है।

सही देखभाल और खान पान ना होने की वजह से भी कई बार गर्भपात हो सकता हैा इसमें गर्भपात पहली तिमाही से पहले हो जाता है तो इसका कारण भ्रूण का विकास रुक जाना होता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह की स्वास्थ्य समस्या हो जाती है, जिसके लिए महिलाएं कुछ दवाइयों का सेवन कर लेती है जो गर्भपात का खतरा बढ़ा सकती है।

बहुत सी महिलाओं को शुरुआती दिनों में ही गर्भपात हो जाता है, क्योंकि गर्भावस्था का शुरुआती समय विकास की काफी नाजुक प्रक्रिया होती है।

गर्भावस्था के शुरुआती दौर में महिलाओं को अपना बेहद खास ख्याल रखना होता है, क्योंकि जरा सी लापरवाही के कारण गर्भपात हो सकता है। इसलिए शुरुआत के दिनों में महिलाओं को ज्यादा भारी काम नही करना चाहिए।