छत्तीसगढ़ के ऐसे व्यक्ति जो पद्मश्री से सम्मानित हैं
तीजनबाई
तीजनबाई छत्तीसगढ़ राज्य के पंडवानी लोक गीत-नाट्य की पहली महिला कलाकार हैं।उन्हें 1987 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
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छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोक गायिका ममता चंद्राकर को 2016 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
ममता चंद्राकर
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उषा बारले एक अंतरराष्ट्रीय पंडवानी गायिका हैं छत्तीसगढ़ी संस्कृति के प्रति उनके समर्पण और अद्भुत कला के लिए उन्हें 2023 में भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।
उषा बारले
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श्री हेमचंद मांझी छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के एक प्रसिद्ध पारंपरिक चिकित्सक 'वैद्यराज' हैं,जिन्हें 2023 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।
हेमचंद मांझी
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छत्तीसगढ़ी नाट्य नाच कलाकार डोमार सिंह कुंवर को कला (नृत्य) के क्षेत्र में 2023 पद्मश्री से सम्मानित किया था।
डोमार सिंह कुंवर
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अनूप रंजन पांडे एक भारतीय पारंपरिक छत्तीसगढ़ी लोक रंगमंच कलाकार हैं। उन्हें 2019 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।
अनूप रंजन पांडे
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अजय मंडावी को काष्ठकला, हस्तशिल्प के क्षेत्र में 2023 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।
अजय मंडावी
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छत्तीसगढ़ के पंडी राम मंडावी को पारंपरिक वाद्ययंत्र बनाने और शिल्पकला क्षेत्र में योगदान के लिए 2025 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया।