सोम प्रदोष व्रत के लाभ क्या-क्या हैं?

शिव की पूजा के लिए प्रदोष व्रत का दिन बहुत ज्यादा फलदायी माना गया है। प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है।

नवंबर का महीना चल रहा है और इस माह का दूसरा प्रदोष व्रत 17 नवंबर 2025, सोमवार को पड़ेगा।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

ऐसे में यह व्रत अत्यंत ही शुभ और पुण्यदायी माना जाता है। चलिए जानते हैं कि सोम प्रदोष व्रत रखने से क्या-क्या मिलते हैं।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

सोम प्रदोष व्रत करने से भगवान शिव की पूर्ण कृपा प्राप्त होती है। इससे जीवन में किसी भी प्रकार का अभाव नहीं रह पाता है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

अगर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, तो सोम प्रदोष व्रत रखना जरूरी है। मान्यता है कि इससे जीवन में धन का कमी कभी नहीं रहती है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

सोम प्रदोष व्रत करने से हर तरह के रोग दूर होते हैं। इससे बीमारियों पर होने वाले खर्च से भी बचा जा सकता है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

अविवाहित युवक-युवतियों को प्रदोष व्रत अवश्य करना चाहिए। इससे उन्हें योग्य वर-वधू की प्राप्ति होती है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

मान्यतानुसार, सोम प्रदोष व्रत रखने से संतान का सुख प्राप्त हो सकता है। साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।