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Tilted Brush Stroke

सावन में शिव को भस्म चढ़ाने से क्या होगा?

सावन माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग चीजें अर्पित करते हैं। इन्हीं में से एक है भस्म।

भस्म अर्पित करना

शास्त्रों के अनुसार शिवजी को भस्म अति प्रिय है इसलिए वह अपने तन पर इसे धारण करते हैं। भस्म दो शब्दों भ और स्म से बना है।

अति प्रिय है भस्म

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

भ अर्थात भर्त्सनम अर्थात नाश हो और स्म अर्थात स्मरण। इस प्रकार शाब्दिक अर्थ में भस्म के कारण पापों का दलन होकर ईश्वर का स्मरण होता है।

भस्म का अर्थ

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

भस्म शिवजी के आभूषण की तरह है, जिससे वो शृंगार करते हैं।

शिव जी का शृंगार

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

शिव पुराण के अनुसार भस्म धारण करने मात्र से ही सभी प्रकार के पापों का नाश हो जाता है।

पापों का नाश

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

इसके अलावा इसे चढ़ाने से भक्त का मन सांसारिक मोह माया से मुक्त होता है।

मोह माया से मुक्त

हमारी अवाज महज ध्वनि नहीं, हमारे आत्मा की अभिव्यक्ति है।

मान्यता है कि स्त्रियों को शिवलिंग पर भस्म नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।

स्त्रियां न चढ़ाएं