हनुमान जी से जुड़ी कई पौराणिक कथा प्रचलित है। इन्हीं में से एक कथा त्रेतायुग की है, जब वो संजीवनी बूटी के लिए पहाड़ उठा लाए थे।

लेकिन क्या आपको पता है कि हनुमान जी ने संजीवनी बूटी के लिए कौन सा पहाड़ उठा लाए थे।

कथा के मुताबिक जब मेघनाथ ने लक्ष्मण को मूर्छित किया था, तब वैद्यराज ने संजीवनी बूटी से ही लक्ष्मण की मूर्छा ठीक होने का उपाय बताया।

फिर सभी ने पूछा कि यह संजीवनी बूटी कहां मिलेगी, तब वैद्यराज ने जवाब दिया हिमालय पर।

इसके बाद हनुमान संजीवनी बूटी लेने पहुंच गए। 

द्रोणागिरी पर्वत यहां हिमालयी श्रृंखला में लगे द्रोणागिरी पर्वत से हनुमान पूरे पहाड़ के हिस्से को उठाकर ही ले गये।

माना जाता है कि उन्हें जड़ी-बूटियों की पहचान नहीं थी इसलिए वे कुछ चुनिंदा जड़ी-बूटियों को ले जाने के बजाए पूरा का पूरा पहाड़ ले गए।