अकसर आपने देखा होगा कि रोने पर आंखों से आंसू निकल आते हैं। 

कभी इंसान के खुश होने पर आंसू आ जाते हैं तो कभी उदास होने पर, लेकिन जरूरी नहीं कि भावनाओं के वक्त ही आंसू निकलेंगे। 

किसी तरह की गंध या चेहरे पर तेज हवा लगने की वजह से भी आंसू आ जाते हैं। प्याज काटते वक्त भी आंसू आना आम बात है।

हालांकि तकनीकी रूप से देखा जाए तो आंसू आंखों में होने वाली परेशानी के बारे में बताते हैं। ये न सिर्फ आंखों को साफ रखते हैं बल्कि उसे शुष्क होने से भी बचाते हैं

नमक और पानी के मिश्रण से बना यह एक तरल पदार्थ है जो अश्रु नलिकाओं से निकलता है। भावुक होने पर क्यों आंसू आते हैं, यह अभी भी रहस्य है।

वैज्ञानिक कहते हैं कि जब हम किसी इमोशन के चरम तक पहुंच जाते हैं तो आंखों से आंसू आ जाते हैं।

जब भी व्यक्ति भावुक होता है या उस भावना के चरम पर पहुंच जाता है तो शरीर में कई के बदलाव होते हैं। हार्मोनल बदलाव भी होते हैं।

इसमें एड्रनीलिन लेवल में चेंज भी आता है। हार्मोन्स में बदलाव का प्रभाव आंखों पर भी पड़ता है क्योंकि इनका कनेक्शन सीधा आंखों से होता है।

इस कारण से आंखों में सिक्रीशन होता है और पानी आने लग जाता है। कई बार ये भावुक होने से भी होता है।

आप यह जानकर हैरान रह जाएं कि ज्यादा भावुक होने पर अगर आंसू निकल आते हैं तो यह बॉडी के लिए अच्छा होता है।

रोने से न सिर्फ आंखें अच्छी रहती हैं बल्कि स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।