हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। पूरे माह भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है।

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इस साल सावन माह 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है और यह माह 9 अगस्त को समाप्त होगा।

सावन में महिलाएं मेहंदी लगाती हैं, शृंगार करती हैं और हरी-हरी चूड़ियां पहनती हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन में हरी चूड़ी पहनने का क्या महत्व है? चलिए जानते हैं।

सावन शुरू होते ही बारिश की वजह से चारों ओर हरियाली होती है। इस माह महिलाओं का खास पर्व हरियाली तीज भी होता है।

हरा रंग को प्रकृति का रंग माना जाता है। वहीं, भगवान शिव और प्रकृति के बीच गहरा संबंध होता है।

मान्यतानुसार महादेव का वास हिमालय में होता है। साथ ही उनकी पूजा में बेलपत्र, धतूरा, भांग जैसी चीजें चढ़ाई जाती हैं, जिनका रंग हरा होता है।

यही वजह है कि सावन में हरे रंग का विशेष महत्व होता है।