अच्छी सेहत के लिए हमेशा अपने शरीर की बात सुनना काफी फायदेमंद होता है। अगर आपका शरीर बहुत थक चुका है और  फिर भी आप शरीर से काम लेंगी, तो इसका नुकसान शरीर को होगा। ऐसा करने से एनर्जी में कमी आ जाएगी, डाइजेशन खराब हो जाएगा आदि।

सबसे बड़ी बात यह है कि महिलाओं को हमेशा खुश और पॉजिटिव रहना काफी जरूरी है। चाहे वे बेटी, बहू, मां या सास कोई भी जिम्मेदारी निभा रही हों, उनसे परिवार के लोगों को हिम्मत मिलती है। इसलिए हमेशा खुश रहें और कोई भी परेशानी होने पर परिवार को खुलकर बताएं।

एक्सपर्ट बताते हैं कि महिलाएं काफी स्ट्रेस लेती हैं, जिसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ता है। इससे बांझपन, डिप्रेशन, एंग्जाइटी और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. स्ट्रेस को कम करने के लिए मेडिटेशन और योगा भी कर सकते हैं।

शरीर को स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए पर्याप्त नींद जरुरी होता है। अच्छी नींद लेने से मस्तिष्क और शरीर रीसेट हो जाता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लेंना चाहिए। 

डाइजेशन, स्किन क्वालिटी और पेट की हेल्थ सही रखने के लिए फाइबर वाले फूड का खाना काफी जरूरी है। इसलिए डाइट में फाइबर युक्त सब्जियां और अनाज का जरूर सेवन करें।

पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं के शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी पाई जाती है। इसलिए हमेशा विटामिन और मिनरल युक्त भोजन करें, ताकि आगे चलकर कोई बीमारी न हो। कैल्शियम, विटामिन डी, फोलेट, आयरन, विटामिन सी, विटामिन बी 12, मैग्नीशियम से युक्त फूड का अधिक सेवन करना चाहिए।

पुरुषों के साथ महिलाओं को भी प्रकृतिक चीज और खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है। ताजे फल या सब्जियां, साबुत अनाज, ब्राउन राइस, क्विनोआ, ओट्स, फल आदि को डाइट में जरूर शामिल करें।

सेहतमंद रहने के लिए आपको घंटों जिम में बिताने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय रोजाना 20-30 मिनट का वॉक करने से भी काफी फायदा मिल सकता है।

सेहत को बेहतर बनाने के शरीर को हाइड्रेट रखना बोहद जरूरी होता है। ज्यादा पानी पीने से पूरे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है, त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है, शरीर के अपशिष्ट बाहर निकलते हैं और शरीर में विटामिन-मिनरल आसानी से पहुंच सकते हैं।

एक्सपर्ट बताते हैं कि महिलाओं को हर साल अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए और बॉडी टेस्ट कराना चाहिए।