गणधिप : भगवान गणेश के इस रूप की पूजा करने से उच्च पद की प्राप्ति होती है।

उमा पुत्र : भगवान गणेश के इस रूप की पूजा से वंश की वृद्धि होती है।

अघनाशन : भगवान गणेश के इस रूप की पूजा से व्यर्थ चिंता, दरिद्रता तथा आघात का शमन होता है।

विनायक : इनकी पूजा करने से बच्चों में बौद्धिक कुशलता, संस्कार तथा नीति निपुणता आती है।

ईश पुत्र : इस रूप का पूजन करने से रिश्तों में मिठास तथा कार्य सिद्धि होती है।

सर्व सिद्धिप्रदायक : इनकी पूजन करने से समस्त प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति होती है।

एकदंत : इनकी पूजा करने से शत्रु का विनाश तथा अज्ञात बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

इभवक्र : इनकी पूजा से जन्म पत्रिका में मौजूद पाप ग्रहों का दोष समाप्त हो जाता है।

मूषक वाहन : इनके पूजन से भक्त को नौकरी में तरक्की तथा व्यापार में सफलता मिलती है।

कुमार गुरु : इनकी पूजा करने से उच्च शिक्षा में सफलता तथा पद की प्राप्ति होती है।