दक्षिण काली मंत्र- 'ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥'

एकाक्षरी काली मंत्र- 'ॐ क्रीं'

तीन अक्षरी काली मंत्र- 'ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं'

पांच अक्षरी काली मंत्र- ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्

सप्ताक्षरी काली मंत्र- ॐ हूँ ह्रीं हूँ फट् स्वाहा

श्री दक्षिणकाली मंत्र- 'क्रीं ह्रुं ह्रीं दक्षिणेकालिके क्रीं ह्रुं ह्रीं स्वाहा'

भद्रकाली मंत्र- 'ॐ ह्रौं काली महाकाली किलिकिले फट् स्वाहा'

मां काली को मां दुर्गा का रूप माना जाता है। मां काली नव दुर्गाओं की ऊर्जा स्रोत के रूप में पूजी जाती हैं।