कोलंबो : श्रीलंका के पश्चिमी प्रांत में एक पेट्रोल पंप पर पांच दिनों तक कतार में खड़े रहने के बाद 63 वर्षीय एक ट्रक चालक की मौत हो गई है। आजादी के बाद सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहे और कर्ज में डूबे द्वीपीय राष्ट्र में ईंधन की खरीद के लिये लाइन में लगने के दौरान हुई यह 10वीं मौत है। मीडिया में बृहस्पतिवार को आई एक खबर में यह जानकारी दी गई।
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पुलिस ने कहा कि वह व्यक्ति अपने वाहन के अंदर अंगुरवाटोटा में पेट्रोल पंप पर कतार में प्रतीक्षा करने के दौरान मृत पाया गया। ‘डेली मिरर’ अखबार की खबर के मुताबिक, कतारों में मरने वालों की संख्या अब 10 हो गई है और सभी पीड़ित 43 से 84 वर्ष आयुवर्ग के पुरुष थे। अखबार ने बताया कि कतार में लगने के दौरान जान गंवाने वाले अधिकतर लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई।
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एक हफ्ते पहले कोलंबो के पानादुरा में एक ईंधन केंद्र पर कई घंटों तक कतार में इंतजार करते हुए 53 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि तिपहिया वाहन में कतार में इंतजार करते हुए उस व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी। लगभग 2.2 करोड़ की आबादी वाला श्रीलंका, वर्तमान में 70 से अधिक वर्षों में अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। श्रीलंका ईंधन की अत्यधिक कमी, खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों और दवाओं की कमी का सामना कर रहा है।
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सरकारी बैंक ऑफ सीलोन को ईंधन आयात के लिए साख पत्र जारी करने की सरकार की अक्षमता से मौजूदा कमी और भी विकराल हो गई है। लोक प्रशासन मंत्रालय ने एक परिपत्र में कहा कि ईंधन की कमी और इसके परिणामस्वरूप परिवहन समस्याओं से निपटने के उपाय के रूप में सरकारी क्षेत्र के कर्मचारियों को 17 जून से शुक्रवार को अवकाश की अनुमति दी गई है। यह व्यवस्था अगले तीन महीने तक लागू रहेगी।
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यातायात की दिक्कतों के चलते शुक्रवार को सभी स्कूलों में विशेष अवकाश दिया गया। निजी स्वामित्व वाले बस संचालकों ने कहा कि वे ईंधन की कमी के कारण केवल 20 प्रतिशत सेवाओं का ही संचालन कर रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों को आगामी खाद्य संकट को कम करने के उपाय के रूप में शुक्रवार की छुट्टी के दौरान कृषि गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
यमन तट के पास जहाज पर हूती विद्रोहियों का हमला
3 hours ago