दुर्गापूजा हिंसा को लेकर प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में हिंदुओं के 66 क्षतिग्रस्त, 20 जलाए गए |

दुर्गापूजा हिंसा को लेकर प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में हिंदुओं के 66 क्षतिग्रस्त, 20 जलाए गए

दुर्गापूजा हिंसा को लेकर प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में हिंदुओं के 66 क्षतिग्रस्त, 20 जलाए गए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:39 PM IST, Published Date : October 18, 2021/6:21 pm IST

(अनिसुर रहमान)

ढाका, 18 अक्टूबर (भाषा) दुर्गापूजा त्योहार के दौरान पिछले सप्ताह मंदिर में तोड़फोड़ के विरोध में अल्पसंख्यक समुदाय के प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में हमलावरों के एक समूह ने हिंदुओं के 66 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया और करीब 20 घरों में आग लगा दी। यह जानकारी सोमवार को अधिकारियों ने दी।

‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ ने खबर दी कि सौ से अधिक लोगों की भीड़ ने रविवार की रात को रंगपुर जिले के पीरगंज के एक गांव में आगजनी की, जो यहां से करीब 255 किलोमीटर दूर है।

खबर में जिले के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कमरूजम्मां के हवाले से बताया गया कि एक फेसबुक पोस्ट से अफवाह फैली कि गांव के एक युवा हिंदू व्यक्ति ने ‘धर्म का अपमान’ किया है, जिसके बाद वहां पुलिस रवाना हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘घटना कल रात दस बजे के बाद हुई लेकिन अग्निशमन दल ने कम समय के अंदर ही आग पर काबू पा लिया ओर अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।’’

अधिकारी ने बताया कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन हमले में 66 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया और 20 घरों को जला दिया गया।

उन्होंने कहा कि करीब 52 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर और अधिक संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए ‘‘सघन अभियान’’चलाया जा रहा है।

खबर में बताया गया कि पुलिस व्यक्ति के घर के बाहर तैनात रही वहीं हमलावरों ने दूसरे घरों में आग लगा दी।

अग्निशमन नियंत्रण कक्ष ने बताया कि पीरोगंज माझीपारा इलाके में 29 घरों, दो रसोईघरों, दो खलिहानों और सूखी घास के 20 ढेर में आग लगाई गई थी। खबर में बताया गया कि आग लगने के कारणों की पहचान ‘अनियंत्रित भीड़’ के रूप में हुई है।

खबर में बताया गया कि अग्निशमन सेवा को रात पौने नौ बजे आग लगने की सूचना मिली और इसे सुबह चार बजकर 10 मिनट पर बुझा दिया गया। किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है।

कोमिला इलाके में दुर्गापूजा के एक पंडाल में कथित ईशनिंदा के बाद फैले सांप्रदायिक तनाव के कारण आग लगाने की घटना हुई है। पिछले हफ्ते कोमिला इलाके में हुई घटना के कारण हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए और कोमिला, चांदपुर, चटग्राम, कॉक्स बाजार, बंदरबन, मौलवीबाजार, गाजीपुर, फेनी सहित कई जिलों में पुलिस और हमलावरों के बीच संघर्ष हुए।

खबर में बताया गया कि हमलों एवं सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने को लेकर कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

हिंसा से बुरी तरह प्रभावित हाजीगंज में चार कथित मुस्लिम कट्टरपंथी बुधवार और बृहस्पतिवार को मारे गए, जबकि एक हिंदू श्रद्धालु का शव नोआखाली जिले के बेगमगंज में एक तालाब के पास पाया गया।

पिछले कई दिनों से मुस्लिम और हिंदू प्रदर्शनकारी राजधानी ढाका सहित देश के विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

बांग्लादेश हिंदू बुद्धिस्ट क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल ने आरोप लगाया है कि चांदपुर एवं नोआखाली में हमलों में कम से कम चार हिंदू श्रद्धालुओं की मौत हो गई।

इस बीच अपराध निरोधक बल रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने फेनी में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की दुकानों एवं मंदिरों में तोड़फोड़ को लेकर दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।

भाषा नीरज नीरज माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)