उपलब्ध सीमित आंकड़ों के अनुसार क्यूबा के कोविउ टीके हैं बेहद प्रभावी |

उपलब्ध सीमित आंकड़ों के अनुसार क्यूबा के कोविउ टीके हैं बेहद प्रभावी

उपलब्ध सीमित आंकड़ों के अनुसार क्यूबा के कोविउ टीके हैं बेहद प्रभावी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : December 8, 2021/11:57 am IST

माइकल हेड, ग्लोबल हेल्थ में सीनियर रिसर्च फेलो, साउथम्पटन यूनिवर्सिटी

साउथम्पटन (यूके), आठ दिसंबर (द कन्वरसेशन) पश्चिमी दुनिया ने अपने हाई प्रोफाइल टीकों के बारे में बहुत कुछ लिखा है, चाहे वह फाइजर और मॉडर्न के एमआरएनए उत्पाद हों, एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन के वायरल-वेक्टर्ड टीके या हाल में सामने आ रहे जैसे नोवावैक्स की प्रोटीन-आधारित वैक्सीन। कई देश कोविड के खिलाफ सुरक्षा के लिए उन पर निर्भर हैं।

लेकिन क्यूबा नहीं। यह चुपचाप अपने स्वयं के टीकों पर काम कर रहा है, अपनी आबादी का टीकाकरण कर रहा है और विदेशों में खुराक बेच रहा है।

क्यूबा के टीके के प्रयासों के बारे में आज तक पश्चिम में अपेक्षाकृत कम बात हुई है। इसका एक कारण राजनीति भी हो सकती है। शीत युद्ध में शुरू हुए क्यूबा के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंध अभी भी प्रभावी हैं, और दोनो देशों के बीच तनाव अभी बना हुआ है।

लेकिन क्यूबा को जानने समझने वाले देशों के लिए, उसका कोविड वैक्सीन विकास कोई आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए – देश का अपने स्वयं के टीकों और दवाओं के निर्माण का एक लंबा इतिहास रहा है। यह भी आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए कि इसके दो कोविड टीके – अब्दाला और सोबराना 02 – ने परीक्षणों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। यहां बताया गया है कि वे कैसे काम करते हैं।

अब्दला एक प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन है, जो एक सुस्थापित डिजाइन है। हेपेटाइटिस बी वैक्सीन और नोवावैक्स कोविड वैक्सीन इस पद्धति का उपयोग करते हैं। ये टीके वायरस के केवल एक हिस्से पर काम करते हैं, जिसके खिलाफ उन्हें लक्षित किया जाता है – अब्दला के मामले में, यह कोरोनावायरस के स्पाइक प्रोटीन के अंश हैं, जो इसके बाहरी भाग को कवर करते हैं।

वैक्सीन में इस्तेमाल होने वाले प्रोटीन सीधे तौर पर कोरोना वायरस से नहीं लिए गए हैं। इसके बजाय, वे एक खमीर (पिचिया पेस्टोरिस) की कोशिकाओं में उगाए जाते हैं जिन्हें विशेष रूप से तैयार किया गया है।

अपने आप में, स्पाइक प्रोटीन के अंश हानिरहित होते हैं। लेकिन जब प्रतिरक्षा प्रणाली उनका सामना करती है, तब वह उन्हें पहचानने और नष्ट करने के लिए खुद को प्रशिक्षित करती है। यदि वैक्सीन लगवाने के बाद भविष्य में पूर्ण कोरोनावायरस से सामना होता है, तो शरीर वायरस के इन बाहरी हिस्सों पर हमला करेगा और इसे जल्दी से नष्ट कर देगा। अब्दाला को तीन खुराक में दिया जाता है।

अन्य क्यूबाई कोविड वैक्सीन, सोबराना 02 में मेनिन्जाइटिस या टाइफाइड के टीकों की तर्ज पर एक ‘‘संयुग्मित’’ डिज़ाइन का उपयोग किया गया है। इसमें अब्दला के लिए स्पाइक प्रोटीन का एक अलग हिस्सा होता है जो इसे टेटनस टॉक्सिन से लिए गए हानिरहित अर्क से जोड़कर (संयुग्मित करके) एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है।

जब शरीर को एक साथ इनकी मजबूत सुरक्षा प्रणाली मिलती है तो वह एक बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया शुरू करता है।

सोबराना 02 हम्सटर अंडाशय कोशिकाओं में उत्पादित होता है, एक प्रक्रिया जो धीमी हो सकती है, और यह बड़े पैमाने पर निर्माण को बाधित कर सकती है। शुरू में, इसे दो खुराक में दिया गया था, लेकिन बाद में शोधकर्ताओं को लगा कि तीसरी खुराक फायदेमंद होगी। इस बूस्टर खुराक में टेटनस टॉक्सिन के बिना सिर्फ स्पाइक प्रोटीन होते हैं, और इसे ‘‘सोबराना प्लस’’ के रूप में जाना जाता है।

वे कितने प्रभावी हैं?

दोनों टीकों को क्यूबा के नियामक द्वारा अनुमोदित किया गया है, हालांकि उन्हें मई में कोविड के मामले बढ़ने के कारण मंजूरी मिलने से पहले ही देना शुरू कर दिया गया था। उनकी सुरक्षा और प्रभावकारिता के बारे में जानकारी की कमी को लेकर चिंताएं हैं।

1 नवंबर, 2021 को, सोबराना के तीसरे चरण के परीक्षण को लेकर एक प्री प्रिंट (शोध अभी भी समीक्षा की प्रतीक्षा कर रहा है) प्रकाशित किया गया, जिसमें 44,031 प्रतिभागी शामिल थे। परिणाम बताते हैं कि सोबराना प्लस के बूस्टर के साथ सोबराना 02 की दो खुराक एक साथ कोविड की लक्षण वाली बीमारी के खिलाफ 92% सुरक्षात्मक हैं।

प्री-प्रिंट में इस बात का उल्लेख किया गया है कि परीक्षण के दौरान, वैक्सीन का बीटा या डेल्टा के खिलाफ परीक्षण किए जाने की सबसे अधिक संभावना थी – कोरोनावायरस के दो वेरिएंट जिन्हें नियंत्रित करना अन्य टीकों के लिए कठिन पाया गया है।

इससे पहले, जिन लोगों को पहले से ही कोविड था, उन्हें सोबराना प्लस देने का चरण एक का अध्ययन सितंबर में प्रकाशित हुआ था। यह वैक्सीन-प्रेरित प्रतिरक्षा के बजाय प्राकृतिक बूस्टर के रूप में सोबराना प्लस के प्रभावों का परीक्षण कर रहा था। इसने कोई सुरक्षा समस्या नहीं दिखाई और इस तरह से उपयोग किए जाने पर एक अच्छी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दी – हालांकि अध्ययन छोटा था, जिसमें केवल 30 प्रतिभागी शामिल थे।

अब्दाला के लिए, उपलब्ध एकमात्र चरण 3 परीक्षण डेटा जून और जुलाई 2021 में क्यूबा प्रेस विज्ञप्ति द्वारा जारी किया गया था। तीन-खुराक अनुसूची भी कथित तौर पर लक्षण वाले कोविड के खिलाफ 92% सुरक्षात्मक है और साथ ही गंभीर बीमारी और मृत्यु के खिलाफ कथित तौर पर पूरी तरह से सुरक्षात्मक है।

इससे क्यूबा के भीतर भारी उत्साह पैदा हुआ। हालाँकि, तब से बहुत कम जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई गई है।

क्यूबा के एक करोड़ 10 लाख लोगों में से लगभग 90% लोगों को कोविड वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिली है, जिसमें से 82% को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है, और ऐसा लगता है कि क्यूबा दो साल की उम्र के बच्चों का टीकाकरण कर रहा है। अब्दाला और सोबराना दोनों का उपयोग किया गया है, लगभग 80 लाख लोगों को अब्दाला की तीन डोज दी गई हैं।

अगस्त 2021 में मामलों में एक बड़ी वृद्धि के बाद से- जब देश का टीका कवरेज अभी भी अपेक्षाकृत कम था – क्यूबा में नए संक्रमणों में बहुत गिरावट आई है और कम बनी हुई है। उचित अध्ययन के बिना, यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि इस कमी के लिए वैक्सीन की प्रभावशीलता का किस हद तक योगदान है, लेकिन देश में इतनी बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण एक सकारात्मक संकेत है।

क्यूबा के टीके का उपयोग कौन कर सकता है?

क्यूबा और अमेरिका के बीच बिगड़े संबंधों को देखते हुए, क्यूबा के टीकों का बाजार शायद उसके राजनीतिक सहयोगी होंगे। वियतनाम और वेनेजुएला को अब्दाला खुराक मिलने की सूचना है, निकारागुआ ने दोनों टीकों को आपातकालीन मंजूरी दी है, और खुराक को पहले नैदानिक ​​परीक्षणों में उपयोग के लिए ईरान भेजा गया है। मेक्सिको और अर्जेंटीना भी इन टीकों का उपयोग करने में रुचि रखते हैं।

क्यूबा ने अपने दोनों टीकों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया है, जिससे विदेशों में उनके उपयोग की संभावना में सुधार होगा। अगर कोवैक्स वैक्सीन-साझाकरण पहल में उन्हें शामिल करने की कोई योजना है, तो डब्ल्यूएचओ की मंजूरी जरूरी है।

इस बीच, हम अभी भी इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि ओमिक्रोन का क्या प्रभाव पड़ेगा। जब तक टीकों की असमान पहुंच है, तब तक महामारी जारी रहेगी – और इसी तरह नए रूपों के उत्पन्न होने का जोखिम भी।

यह देखते हुए कि अधिकांश अमीर देश अब्दाला या सोबराना 02 के लिए कतार में नहीं हैं, यह पूरी तरह से संभव है कि भविष्य में, दक्षिण अमेरिका, एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों – जहां वैक्सीन कवरेज विशेष रूप से कम है – में लोग क्यूबा का बना टीका लगवा सकते हैं।

द कन्वरसेशन एकता

एकता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers