म्यांमा में दो साल कैद में बिताने के बाद लौटे ऑस्ट्रेलियाई अर्थशास्त्री का संसद में शानदार स्वागत |

म्यांमा में दो साल कैद में बिताने के बाद लौटे ऑस्ट्रेलियाई अर्थशास्त्री का संसद में शानदार स्वागत

म्यांमा में दो साल कैद में बिताने के बाद लौटे ऑस्ट्रेलियाई अर्थशास्त्री का संसद में शानदार स्वागत

:   Modified Date:  December 1, 2022 / 03:30 PM IST, Published Date : December 1, 2022/3:30 pm IST

कैनबरा, एक दिसंबर (एपी) म्यांमा की जेलों में लगभग दो साल बिताने वाले ऑस्ट्रेलियाई अर्थशात्री सीन टर्नल का बृहस्पतिवार को ऑस्ट्रेलिया की संसद में नायक की तरह स्वागत किया गया। इस दौरान सांसदों ने खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाईं और प्रधानमंत्री ने उनके साहस, आशावादी विचारों और संयम की सराहना की।

म्यांमा की निर्वाचित नेता आंग सान सू ची के सलाहकार रहे टर्नल को म्यांमा के राष्ट्रीय विजय दिवस उत्सव के मौके पर क्षमा प्रदान की गई थी और 17 नवंबर को उन्हें, विभिन्न अमेरिकी, जापानी और ब्रिटिश नागरिकों को रिहा किया गया था।

फरवरी 2021 में म्यांमा की सेना ने तख्तापलट कर दिया था, जिसके कुछ दिन बाद देश छोड़ने की तैयारी कर रहे टर्नल को गिरफ्तार कर लिया गया था।

उन्हें देश के सरकारी गोपनीयता कानून और आप्रवासन कानून के उल्लंघन के आरोप में सितंबर 2021 में तीन साल की सजा सुनाई गई थी।

सिडनी के रहने वाले टर्नल (58) और उनकी पत्नी हा वू का बृहस्पतिवार को संसद में शानदार स्वागत किया गया। इस दौरान सांसदों ने खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाईं।

प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने दंपत्ति से कहा, “आपके वापस पाने को लेकर यहां कक्ष में जो प्रतिक्रिया मिली है, उससे आप हमारी खुशी का अंदाजा लगा सकते हैं। ”

हालांकि टर्नल ने संसद में कुछ नहीं कहा। लेकिन ‘ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्ट कॉरपोरेशन’ को दिए साक्षात्कार में उन्होंने आपबीती और परिवार से दोबारा मिलने पर हुई खुशी के बारे में बताया।

टर्नल ने कहा कि एक वार्ताकार ने उनसे कहा था कि वह अब दोबारा कभी अपनी पत्नी और बच्चे को नहीं देख सकेंगे।

टर्नल ने ‘ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्ट कॉरपोरेशन’ से कहा कि शुरुआत में उन्हें एक एकांत कक्ष में रखा गया। उन्होंने इसे ‘डिब्बा’ बताया, जो एक जहाज के कंटेनर की तरह था, जिसमें कोई खिड़की नहीं थी। फर्श कंक्रीट का था।

इसके बाद उन्हें म्यांमा के सबसे बड़े शहर यंगून में इनसीन जेल भेज दिया गया। इसके बाद उन्हें राजधानी नेपीदा भेजा गया। नेपीदा में उन्हें एक झोपड़ी के निकट रखा गया, जहां सू ची कैद थीं।

टर्नल ने कहा, ‘सबसे पहली बात जो उन्होंने (सू ची ने) कही, वह यह थी कि सीन, मैं तुम्हें हमारी परेशानियों में डालने के लिए तुमसे, हा से, तुम्हारे पिता से और पूरे परिवार से माफी मांगती हूं।’

एपी जोहेब मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)