भारत के साथ अच्छे संबंधों के बिना बांग्लादेश का विकास संभव नहीं: विदेश मंत्री महमूद

भारत के साथ अच्छे संबंधों के बिना बांग्लादेश का विकास संभव नहीं: विदेश मंत्री महमूद

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  • Publish Date - May 13, 2024 / 11:02 PM IST,
    Updated On - May 13, 2024 / 11:02 PM IST

(अनीस-उर-रहमान)

ढाका, 13 मई (भाषा) बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद ने सोमवार को कहा कि भारत के साथ अच्छे संबंधों के बिना बांग्लादेश का विकास संभव नहीं है क्योंकि दोनों देश कई हजार किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं।

प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के संयुक्त महासचिव हसन ने यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर लोगों से भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने को कहने वाले असफल अभियान के संबंध में एक सवाल का जवाब देते हुए की।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘उस देश (भारत) के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे बिना हमारा विकास संभव नहीं है, जिसके साथ तीन तरफ से हमारी कई हजार किलोमीटर लंबी सीमा है।’

महमूद ने कहा कि पड़ोसी के साथ अच्छे रिश्तों के बिना बांग्लादेश में शांति और स्थिरता बनाए रखना मुश्किल होगा।

व्यापक पैमाने पर ऐसा माना जा रहा है कि सोशल मीडिया पर भारतीय उत्पादों के बहिष्कार के अभियान को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) का समर्थन प्राप्त है, क्योंकि भारत ने सात जनवरी को हुए चुनाव में हसीना की अवामी लीग का ‘समर्थन’ किया था।

महमूद ने इस अभियान के लिए सीधे तौर पर बीएनपी को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्होंने घरेलू बाजार में संकट पैदा करने और बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के लिए इसे शुरू किया।

मंत्री ने अभियान को ‘पूरी तरह असफलत’ बताते हुए कहा कि अगर बीएनपी दोबारा इस तरह का आह्वान करेगी तो पार्टी और अलग-थलग पड़ जाएगी।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘उनके प्रयास (भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान) असफल रहे। वे भी यह जानते हैं। अगर बीएनपी नए सिरे से एजेंडा लेकर आती है तो देश के लोग इसे फिर से अस्वीकार कर देंगे।’

हालांकि बीएनपी ने लोगों से भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए कहने के संबंध में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने पिछले सप्ताह बांग्लादेश का दौरा कियाथा जहां उन्होंने प्रधानमंत्री हसीना और अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और ढाका के साथ भारत के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।

क्वात्रा ने प्रधानमंत्री हसीना को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया।

भाषा नोमान सिम्मी

सिम्मी