चीन ने फंसे कर्मचारियों को वापस ले जाने के लिए यूरोपीय संघ से उड़ानों को अनुमति दी |

चीन ने फंसे कर्मचारियों को वापस ले जाने के लिए यूरोपीय संघ से उड़ानों को अनुमति दी

चीन ने फंसे कर्मचारियों को वापस ले जाने के लिए यूरोपीय संघ से उड़ानों को अनुमति दी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:02 PM IST, Published Date : September 14, 2021/6:37 pm IST

बीजिंग, 14 सितंबर (भाषा) चीन ने कोविड-19 के कारण फंसे कर्मचारियों को वापस ले जाने के लिए जर्मनी, फ्रांस और इटली के चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा तय चार्टर्ड विमानों को उड़ान भरने की अनुमति दे दी है। हालांकि उसने अभी तक वहां फंसे सैकड़ों भारतीयों को यह सुविधा देने के संबंध में कुछ नहीं कहा है।

यह पूछने पर कि भारतीयों को यह सुविधा क्यों नहीं दी जा रही है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि चीन महामारी की स्थिति में अंतराष्ट्रीय यात्रा की अनुमति दे कर व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहा है।

भारत उन 11 देशों में से एक है जहां से चीन ने कोविड-19 की स्थिति का हवाला देते हुए उड़ानें रोक रखी हैं। इस कारण चीन के विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले 23,000 से ज्यादा भारतीय छात्र, सैकड़ों की संख्या में बीजिंग में काम करने वाले लोग और उनके परिवार वीजा सुविधा के अभाव में देश में फंसे हुए हैं।

झाओ ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महामारी की स्थिति जटिल और गंभीर बनी हुई है। अन्य देशों की तरह ही चीन भी परिस्थितियों के अनुरुप प्रबंधन की दिशा में कदम उठा रहा है। हम सुरक्षा के आधार पर सभी पक्षों के साथ संवाद बनाए रखने को तैयार हैं और हम लोगों की आवाजाही को लेकर अच्छा काम कर सकते हैं।’’

यह पूछने पर कि क्या जर्मनी, फ्रांस और इटली की तरह ही भारत के लिए व्यवस्था की जा सकती है, झाओ ने कहा, ‘‘मैं इस मुद्दे पर चर्चा की जिम्मेदारी दोनों देशों के राजनयिकों पर छोड़ता हूं। अगर भारत को इसकी जरुरत है तो वह चीन के समक्ष यह मुद्दा उठा सकता है।’’

भाषा अर्पणा मनीषा

मनीषा

 

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