चीन और जापान के बीच ताइवान को लेकर बड़ा कूटनीतिक विवाद

चीन और जापान के बीच ताइवान को लेकर बड़ा कूटनीतिक विवाद

चीन और जापान के बीच ताइवान को लेकर बड़ा कूटनीतिक विवाद
Modified Date: November 10, 2025 / 07:00 pm IST
Published Date: November 10, 2025 7:00 pm IST

बीजिंग, 10 नवंबर (भाषा) ताइवान में चीन की संभावित कार्रवाई को लेकर जापान की प्रधानमंत्री सनाई तकाइची के बयान और उसपर चीनी राजनयिक की तीखी प्रतिक्रिया से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।

जापान ने सोमवार को ओसाका में चीनी काउंसल जनरल शुए जियान की सोशल मीडिया पोस्ट पर कड़ी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने तकाइची की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा था कि उनकी गर्दन धड़ से अलग कर दी जानी चाहिए।

जापान के सरकारी प्रवक्ता मिनोरु किहारा ने कहा, ‘चीनी राजनयिक मिशन प्रमुख के लिए यह टिप्पणी करना कतई उचित नहीं था।’

 ⁠

उन्होंने बताया कि यह पोस्ट अब हटा लिया गया है।

विवाद उस समय शुरू हुआ जब शुक्रवार को तकाइची ने एक संसदीय समिति से कहा कि ताइवान पर चीनी सैनिकों का हमला जापान के ‘अस्तित्व के लिए खतरा’ साबित हो सकता है, और जापान सामूहिक आत्म-रक्षा के अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकता है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियाओ ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि तकाइची की टिप्पणी ‘चीन के आंतरिक मामलों में गंभीर हस्तक्षेप’ है। इस मामले में चीन ने तोक्यो के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।

लिन ने चीनी राजनयिक की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए कहा कि यह तकाइची की ताइवान पर की गई टिप्पणियों का जवाब था।

उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि जापान भ्रम पैदा करना और दोषारोपण करना बंद करेगा।’

जापान में सत्ता संभालने के बाद से तकाइची कई बार ताइवान के मुद्दे पर चीन को नाराज कर चुकी हैं।

तकाइची ने संसद में कहा, ‘ताइवान के संबंध में स्थिति गंभीर हो गई है। हमें सबसे खराब स्थिति की आशंका को ध्यान में रखना चाहिए।”

उन्होंने जापान के निकट स्थित ताइवान के आसपास रक्षा अभ्यास के दौरान युद्धपोत और लड़ाकू विमान तैनात करने समेत चीन द्वारा हाल ही में की गई आक्रामक कार्रवाइयों का जिक्र किया।

भाषा जोहेब सुरेश

सुरेश


लेखक के बारे में