चीन के विदेश मंत्री ने एशिया-प्रशांत के देशों से गुटीय टकराव को खारिज करने का आग्रह किया

चीन के विदेश मंत्री ने एशिया-प्रशांत के देशों से गुटीय टकराव को खारिज करने का आग्रह किया

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  • Publish Date - May 23, 2022 / 08:56 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:55 PM IST

(के जे एम वर्मा)

बीजिंग, 23 मई (भाषा) चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने तोक्यो में क्वाड के शिखर सम्मेलन से पहले सोमवार को एशिया-प्रशांत के देशों से क्षेत्र में सैन्य गुट या खेमेबाजी के जरिए टकराव के किसी भी प्रयास को खारिज करने का आग्रह किया।

वांग ने एशिया और प्रशांत के लिए आर्थिक और सामाजिक आयोग (ईएससीएपी) को डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एशिया-प्रशांत क्षेत्र की शांति और समृद्धि न केवल क्षेत्र के लिए बल्कि दुनिया के भविष्य के बारे में भी है।’’

सरकारी टेलीविजन ‘सीजीटीएन’ के मुताबिक वांग ने क्षेत्र से ‘‘शांति और स्थिरता बनाए रखने, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का पालन करने तथा एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सैन्य गुट या खेमा बनाकर टकराव शुरू करने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार करने का आग्रह किया।

वांग ने रविवार को अमेरिका की हिंद-प्रशांत रणनीति के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि इसका ‘‘विफल होना तय’’ है क्योंकि बीजिंग को रोकने के लिए वाशिंगटन इसे बढ़ावा दे रहा है।

वांग ने पाकिस्तान के अपने समकक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ दक्षिणी चीन के ग्वांगझू शहर में रविवार को संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हिंद-प्रशांत रणनीति’’ अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अधिक से अधिक सतर्कता और चिंता पैदा कर रही है।

वांग की टिप्पणी 24 मई को तोक्यो में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले आई है। क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ हिस्सा लेंगे।

वांग ने क्वाड शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले तोक्यो में बाइडन द्वारा शुरू किए गए हिंद-प्रशांत आर्थिक प्रारूप (आईपीईएफ) पर भी निशाना साधा। क्षेत्र में व्यापार पर चीन की आक्रामक रणनीति का मुकाबला करने को लेकर हिंद-प्रशांत के लिए एक मजबूत आर्थिक नीति को आगे बढ़ाने के वाशिंगटन के प्रयासों के तहत आईपीईएफ की पेशकश की गई है।

भाषा आशीष नरेश

नरेश