बुजुर्गों के अनुकूल ताइपे शहर लोगों को ला रहा साथ, बढ़ रही जीवन प्रत्याशा |

बुजुर्गों के अनुकूल ताइपे शहर लोगों को ला रहा साथ, बढ़ रही जीवन प्रत्याशा

बुजुर्गों के अनुकूल ताइपे शहर लोगों को ला रहा साथ, बढ़ रही जीवन प्रत्याशा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : November 25, 2021/4:55 pm IST

( सिव-इम एनजी, शिन-जीन लिम और हुई-चुआन सू )

( इम्बार्गो : कृपया इसे भारतीय समयानुसार 06.31 बजे के बाद प्रकाशित, प्रसारित करें )

ताइपे, 25 नवंबर (360इन्फो) ताइवान के लोग पहले की तुलना में अधिक समय तक जी रहे हैं, इसलिए नहीं कि उन्होंने आदर्श आहार की खोज की है। वे सामान्य तौर पर अपने जीवन से अधिक खुश और संतुष्ट भी हैं।

अपने शहरों को बुजुर्गों के अनुकूल बनाने की पहल के तहत ताइवान वृद्ध लोगों को बेहतर हालात प्रदान करने के लिए सहयोगात्मक और सामाजिक वातावरण प्रदान करता है। ताइवान की राजधानी ताइपे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रारूप के अनुसार बुजुर्गों के लिए बेहतर ढांचा तैयार करने पर 2012 से काम हो रहा है।

यह ढांचा सामाजिक और बेहतर बुनियादी ढांचा वाले वातावरण को कवर करने वाले आठ परस्पर जुड़ाव के विषय का प्रस्ताव करता है जहां लोग अपने शहरों के साथ संवाद-भागीदारी करते हैं। डब्ल्यूएचओ ने बाहरी स्थान और इमारतों, परिवहन, आवास, सामाजिक भागीदारी, सम्मान और सामाजिक समावेश, नागरिक भागीदारी और रोजगार, संचार तथा सूचना प्रमुख के क्षेत्र में बुजुर्गों के लिए शहरों को उपयुक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करने के वास्ते सामुदायिक सहायता और स्वास्थ्य सेवाओं की पहचान की है। ऐसा लगता है कि यह काम कर रहा है।

ताइवान में जीवन संतुष्टि इसलिए है क्योंकि वृद्ध नागरिक खुद को समुदाय का हिस्सा मानते हैं। समाज में उनके योगदान का सम्मान होता है और भरोसा किया जाता है। अधिक समय तक स्वतंत्र रूप से रहने वाले स्वस्थ वृद्ध लोग, उदाहरण के लिए, वृद्धावस्था देखभाल की लागत को भी कम करते हैं।

आंकड़े बताते हैं कि इससे जीवन प्रत्याशा भी बढ़ी है, जो 2009 में 79.0 वर्ष से बढ़कर 2019 में 80.9 वर्ष हो गई। महिलाएं औसतन 84.2 वर्ष और पुरुष 77.7 वर्ष, वैश्विक औसत से क्रमशः 7.5 और 9.2 वर्ष से अधिक जीते हैं।

डब्ल्यूएचओ ने शहर को बुजुर्गों के अनुकूल बनाने के लिए कई कारक निर्धारित किए हैं, जिनमें शामिल हैं- एक दिनचर्या का पालन करने में सक्षम होना जैसे कि अखबार खरीदने के लिए सुबह की सैर, किराने का सामान की खरीदारी, खाना बनाना, समुदाय के बीच भागीदारी जहां वे अपने ज्ञान को साझा कर सकते हैं और एक संरक्षक के रूप में कार्य कर सकते हैं।

बुजुर्गों के अनुकूल शहर वृद्ध लोगों को इन गतिविधियों को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करते हैं। सड़कों पर स्पष्ट संकेतक और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, सुलभ पैदल मार्ग, पार्क और सार्वजनिक विश्राम स्थलों में बैठने की समुचित व्यवस्था और ऐसे समुदाय जहां वृद्ध लोग बिना भेदभाव के सहायता मांग सकते हैं।

ताइपे का समाज कल्याण विभाग (डीओएसडब्ल्यू) भी शहर के लिए कई पहल करता है। यह सामुदायिक सेवाओं, कल्याण संसाधनों, देखभाल यात्राओं, रेफरल सेवाओं, खानपान सेवाओं और स्वास्थ्य संवर्धन की सुविधा प्रदान करता है। यह वृद्ध लोगों के संपर्क में रहने और यह सुनिश्चित करने के लिए टेलीफोन कॉल की एक प्रणाली भी प्रदान करता है कि वे ठीक हैं। यह सब समाज से जुड़ाव को प्रोत्साहित करता है, आपसी देखभाल और साथियों के सहयोग को बढ़ावा देता है।

शहर में 325 ऐसे स्थान निर्धारित किए गए हैं जहां वृद्ध लोग एक साथ भोजन कर सकते हैं। परिवहन सेवा के लिए ‘सीनियर ईजी कार्ड’ मुहैया कराने के अलावा 14 जिलों में वरिष्ठ नागरिक सेवा केंद्र संचालित किए जाते हैं जहां शैक्षिक और मनोरंजक कार्यक्रम प्रदान किए जाते हैं। इनमें कल्याण परामर्श, सामाजिक गतिविधियां भी शामिल हैं। शहर की आवास नीति यह भी सुनिश्चित करती है कि सह-जीवन योजना के हिस्से के रूप में विभिन्न पीढ़ियों को एक साथ लाया जाए ताकि वृद्ध लोग अलग-थलग न हों।

ताइवान के बुजुर्गों के अनुकूल शहरों में अन्य उपलब्धियों में फुटपाथ का रखरखाव, पार्क में बेहतर सुविधाएं और पहुंच, पैदल यात्री-सुरक्षित यातायात माहौल, शहरों तक सुगम पहुंच तथा स्वच्छ, सुलभ शौचालय शामिल हैं। परिवार और दोस्तों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना, स्वेच्छा से भुगतान करना, अंशकालिक या छोटे-मोटे काम करना और धार्मिक गतिविधियां भी ताइवान के वृद्ध लोगों के जीवन की संतुष्टि में योगदान करती हैं।

(360इन्फो डॉट ओआरजी) आशीष मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)