ईयू के देश लंबी बातचीत के बाद जलवायु संबंधी नियमों को कड़ा करने पर सहमत हुए |

ईयू के देश लंबी बातचीत के बाद जलवायु संबंधी नियमों को कड़ा करने पर सहमत हुए

ईयू के देश लंबी बातचीत के बाद जलवायु संबंधी नियमों को कड़ा करने पर सहमत हुए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:43 PM IST, Published Date : June 29, 2022/4:50 pm IST

ब्रसेल्स, 29 जून (एपी) यूरोपीय संघ (ईयू) के देश लंबी वार्ता के बाद जलवायु संबंधी नियमों को कड़ा करने को लेकर बुधवार को एक समझौते पर पहुंच गए। इसके तहत 2035 तक नई कारों से कार्बन उत्सर्जन को खत्म किया जाएगा।

ईयू के 27 सदस्य उस मसौदा कानून पर सहमत हो गए जिसका लक्ष्य 1990 की तुलना में 2030 में ईयू ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कम से कम 55 फीसदी की कमी करना है। इससे पहले 40 प्रतिशत की कटौती पर सहमति बनी थी।

यूरोपीय आयोग के उपाध्यक्ष एवं हरित समझौते के प्रभारी फ़्रांसिस टिम्मरमैन ने लक्ज़मबर्ग में बैठक के बाद कहा, “ यह लंबा, लेकिन जलवायु कार्रवाई के लिए अच्छा दिन रहा। परिषद का फैसला ईयू के हरित समझौते पर पहुंचने की दिशा में बड़ा कदम है।”

ईयू की कार्यकारी इकाई की ओर से पिछले साल प्रस्तावित किए गए पांच कानूनों पर समझौता यूरोपीय संसद के साथ अंतिम बातचीत का मार्ग प्रशस्त करता है। ईयू के सांसद महत्वकांक्षी लक्ष्य का समर्थन कर रहे हैं और विधायी पैकेज की अंतिम मंजूरी के लिए अब संसद को विभिन्न विवरणों पर सदस्य राष्ट्रों की सरकारों के साथ मतभेदों को दूर करने की आवश्यकता होगी।

फ्रांस के ऊर्जा परिवर्तन मंत्री एग्नेस पैनियर-रनचेर ने कहा, “ परिषद पैकेज को संपन्न करने के लिए यूरोपीय संसद के साथ वार्ता करने के वास्ते अब तैयार है। इससे यूरोपीय संघ जलवायु परिवर्तन से लड़ने में पहले से कहीं अधिक अग्रणी बन गया है।”

नई कार और वैन से 2035 तक ‘सीओ2’ (कार्बन डाइ ऑक्साइड) उत्सर्जन को 100 फीसदी कम करने का फैसला ईयू के सभी 27 सदस्य राष्ट्रों में उन गाड़ियों की बिक्री पर रोक लगाएगा जो पेट्रोल या डीज़ल से चलती हैं।

ईयू 2050 तक गाड़ियों से उत्सर्जन को बेहद कम करना चाहता है, इसके लिए वह इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन संगठन के बाहरी ऑडिटर की पिछले साल की रिपोर्ट बताती है कि सदस्य देशों में चार्जिंग स्टेशनों की कमी है।

यूरोपीय संघ में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का लगभग 25 फीसदी हिस्सा गाड़ियों से निकलता है।

कारों पर ऐतिहासिक सहमति के अलावा, पैकेज में ईयू कार्बन बाजार में सुधार की भी बात है और सामाजिक जलवायु कोष बनाने को भी कहा गया है ताकि संवेदनशील घरों की नियोजित स्वच्छ ऊर्जा अपनाने में मदद की जा सके। यह मुद्दा राजनीतिक तौर पर अधिक संवेदनशील हो गया है, क्योंकि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ईंधन की कीमतों में इजाफा हुआ है।

एपी

नोमान मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)