वेनिस में बाढ़ आना जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को करता है प्रदर्शित

वेनिस में बाढ़ आना जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को करता है प्रदर्शित

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  • Publish Date - October 20, 2021 / 04:28 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:25 PM IST

वेनिस,20 अक्टूबर (एपी) इतालवी शहर वेनिस नवंबर 2019 में इतिहास की दूसरी सबसे भयावह बाढ़ का सामना करने के बाद छह हफ्तों के अंदर चार और असाधारण समुद्री ज्वार से जलमग्न हो गया, जिससे जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के बारे में आशंका बढ़ गई है।

इस बार गर्मियों में लैगून (पश्चजल) जल का सेंट मार्क के बैसिलिका में बार-बार प्रवेश करना यह प्रदर्शित करता है कि खतरा कम नहीं हुआ है।

सेंट मार्क के मुख्य संरक्षक कार्लो अल्बर्टो टेसेरीन ने कहा, ‘‘मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि अगस्त में हमनें एक मीटर से अधिक ऊंचे ज्वार का पांच बार सामना किया। मैं अगस्त महीने की बात कर रहा हूं, जब हम निश्चिंत रहते हैं।’’

उल्लेखनीय है कि वेनिस की अनूठी स्थलाकृति ने इसे जलवायु परिवर्तन के प्रति सुभेद्य बना दिया है। समुद्र के बढ़ते जल स्तर से उच्च ज्वार के आने की बारंबरता बढ़ रही है, जिससे 1,600 साल पुराना इतालवी शहर जलमग्न हो रहा है और धीरे-धीरे डूब रहा है।

वेनिस जैसे तटीय शहरों का भविष्य पर 31 अक्टूबर को स्काटलैंड के ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में जलवायु वैज्ञानिकों और वैश्विक नेताओं के चर्चा करने की संभावना है।

एपी

सुभाष पवनेश

पवनेश