विदेश सचिव श्रृंगला ने बांग्लादेशी नेताओं से मुलाकात की, बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की |

विदेश सचिव श्रृंगला ने बांग्लादेशी नेताओं से मुलाकात की, बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की

विदेश सचिव श्रृंगला ने बांग्लादेशी नेताओं से मुलाकात की, बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:49 PM IST, Published Date : December 7, 2021/10:54 pm IST

(अनीसुर रहमान)

ढाका, सात दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के ढाका दौरे से पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को बांग्लादेश के शीर्ष नेताओं से यहां मुलाकात की और कोविड-19 महामारी से निपटने समेत दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग की समीक्षा की।

यहां दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर पहुंचे श्रृंगला ने अपने समकक्ष मसूद बिन मोमिन से भी मुलाकात की और सभी मोर्चों पर द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति पर चर्चा की।

बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने एक ट्वीट में कहा कि अपने समकक्ष के साथ मुलाकात के दौरान विदेश सचिव ने “भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के 50 साल पूरे होने पर विशेष वर्ष में सभी मोर्चों पर द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति पर चर्चा की।”

वार्ता के बाद मीडिया से श्रृंगला ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच लंबित द्विपक्षीय मुद्दों के संदर्भ में कोई अहम मतभेद नहीं है। इस दौरान उनके साथ अपने समकक्ष मोमिन भी थे।

उन्होंने मीडिया से कहा, “हमनें मुद्दों पर चर्चा की और पाया कि कोई बड़ा मतभेद नहीं है।”

वहीं मसूद ने बातचीत को “सार्थक” बताते हुए कहा कि उन्होंने सभी लंबित मुद्दों के अलावा “चर्चा की कि हम अपनी सीमाओं को कैसे शांतिपूर्ण बना सकते हैं।”

श्रृंगला ने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों देशों के लोगों ने बांग्लादेश की आजादी के लिए अपनी जान और खून का बलिदान दिया है। उन्होंने कहा, “यह बेहद दुर्लभ है। हमें अपनी जीत पर गर्व है, हमें आपके जश्न का हिस्सा बनकर गर्व है।”

उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ क्षेत्रों जैसे हरित ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों पर भी चर्चा की गई जिसमें दोनों देशों की युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के अवसर शामिल हैं।

श्रृंगला ने कहा कि दोनों देशों के बीच संपर्क परियोजनाएं बहुत अच्छी चल रही हैं क्योंकि छह में से पांच रेल संपर्क पहले ही बहाल कर दिए गए हैं और छठा इस साल तक पूरा हो जाएगा।

उन्होंने विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमिन के साथ भी मुलाकात की जिस दौरा उन्होंने कोविड-19 महामारी से निपटने में सहयोग समेत दोनों देशों के बीच व्यापक और बढ़ते सहयोग की समीक्षा की।

बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, “विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने विदेश मंत्री डॉ. ए के अब्दुल मोमिन से मुलाकात की। हमने कोविड सहयोग समेत दोनों देशों के बीच व्यापक और बढ़ते सहयोग की समीक्षा की। संयुक्त रूप से आयोजित ‘मैत्री दिवस’ की सफलता पर संतोष व्यक्त किया।”

विदेश मंत्री मोमिन ने कहा कि भारत नहीं चाहता कि कोई मुद्दा ढाका के साथ उसके उत्कृष्ट संबंधों में बाधा डाले।

श्रृंगला से मुलाकात के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “वे (नई दिल्ली के अधिकारी) ऐसी कोई घटना नहीं देखना चाहते जिससे बांग्लादेश-भारत संबंधों पर असर पड़े।”

मोमिन ने कहा कि उनकी चर्चा के दौरान सीमा पर हत्याओं और जल बंटवारे सहित द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े कई लंबित मुद्दे उठो।

उन्होंने विवरण दिए बिना कहा, “उन्होंने हमें सीमा पर अवांछित घटनाओं की जांच करने के लिए एक फार्मूला सुझाया है।”

हाल के वर्षों में दोनों पक्षों ने मौजूदा ढाका-नई दिल्ली संबंधों को रिश्तों का “सुनहरा अध्याय’ करार दिया, लेकिन मोमिन ने पिछले महीने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हत्याओं को भारत के लिए “शर्मनाक” और बांग्लादेश के लिए ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया।

श्रृंगला से मुलाकात के बाद मोमिन ने कहा, “हमें उस रिश्ते को मजबूत करना है जो दोनों देशों के लोगों के कल्याण के लिए जरूरी है।”

श्रृंगला ने कहा कि दोनों पक्ष प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण के अनुरूप बनाने पर काम कर रहे हैं।

भारतीय उच्चायोग ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि विदेश सचिव ने सड़क परिवहन और पुल मंत्री तथा सत्तारूढ़ अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादिर से भी मुलाकात की और “संपर्क सहित हमारे सभी द्विपक्षीय सहयोग” पर चर्चा की और इस विशेष वर्ष के महत्व पर जोर दिया जिसे संयुक्त रूप से मैत्री दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है।”

श्रृंगला के बुधवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात करने की उम्मीद है।

नयी दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि बांग्लादेश की यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगी। यह यात्रा 15 से 17 दिसंबर के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की बांग्लादेश की राजकीय यात्रा की तैयारी में भी मदद करेगी।

भारत और बांग्लादेश ने सोमवार को ‘मैत्री दिवस’ मनाया था। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1971 में भारत द्वारा बांग्लादेश को मान्यता देने के अवसर पर छह दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ मनाया जाता है।

भाषा

प्रशांत सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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