कोलंबो, पांच अक्टूबर (भाषा) विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के समक्ष 13वें संशोधन का मुद्दा उठाया और शक्तियों के हस्तांतरण तथा जल्द से जल्द प्रांतीय परिषद के चुनाव कराने सहित इसके प्रावधानों के पूर्ण कार्यान्वयन के भारत के रुख को दोहराया।
आधिकारिक दौरे पर शनिवार को श्रीलंका पहुंचे श्रृंगला ने राजपक्षे बंधुओं -राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे के साथ अलग-अलग बैठकें कीं।
मंगलवार को यहां भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के साथ अपनी बैठक के दौरान, श्रृंगला ने संविधान में 13वें संशोधन के प्रावधानों के पूर्ण कार्यान्वयन पर भारत की स्थिति को दोहराया, जिसमें शक्तियों का हस्तांतरण और प्रांतीय परिषद चुनाव जल्द से जल्द आयोजित करना शामिल है।
राष्ट्रपति कार्यालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राजपक्षे ने 13वें संशोधन की कमजोरियों और ताकत को समझने की तत्काल आवश्यकता की ओर इशारा किया।
तेरहवें संशोधन में तमिल समुदाय को सत्ता के हस्तांतरण का प्रावधान है। भारत 13वें संशोधन को लागू करने के लिए श्रीलंका पर दबाव बना रहा है, जिसे 1987 के भारत-श्रीलंका समझौते के बाद पेश किया गया था।
भाषा जोहेब नरेश
नरेश
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