स्पेस एक्स के पुराने कैप्सूल से चार नए यात्री अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे

स्पेस एक्स के पुराने कैप्सूल से चार नए यात्री अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे

स्पेस एक्स के पुराने कैप्सूल से चार नए यात्री अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे
Modified Date: November 29, 2022 / 07:56 pm IST
Published Date: April 24, 2021 11:46 am IST

केप केनावेरल, 24 अप्रैल (एपी) नये सिरे से तैयार किया गया स्पेसएक्स कैप्सूल (अंतरिक्ष यान) चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर शनिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) पहुंचा।

एलन मस्क की कंपनी द्वारा एक साल से भी कम समय में करायी गयी यह तीसरी अंतरिक्ष यात्रा है।

ड्रैगन नाम का यह कैप्सूल नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होने के एक दिन बाद हिंद महासागर के ऊपर 420 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगा रहे अंतरराष्ट्री अंतरिक्ष केंद्र से स्वचालित तरीके से जुड़ गया।

 ⁠

इस कैप्सूल की मदद से आईएसएस पहुंचे चारों अंतरिक्ष यात्री अमेरिका, फ्रांस और जापान का प्रतिनिधित्व करते हैं और अगले छह महीने तक वहीं रहेंगे जबकि पहले से रह रहे चार आंतरिक्ष यात्री अपने ड्रैगन कैप्सूल से बुधवार को धरती पर लौटेंगे।

यह पहली बार है जब अंतरिक्ष केंद्र पर एक ही समय पर दो स्पेस एक्स चालक दल ड्रैगन साथ-साथ खड़े हैं। हालांकि, यह नासा के लिए स्पेसएक्स की तीसरी उड़ान है जिसमें यात्रियों को भेजा गया है।

यह पहली बार है जब पहले इस्तेमाल किए गए यान का दोबारा इस्तेमाल किया गया है और मस्क द्वारा चांद और मंगल पर मनुष्य की यात्रा कराने की योजना के लिए जरूरी माना जा रहा है।

स्पेसएक्स द्वारा पिछले साल मई में भरी गई पहली उड़ान में ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग किया गया था जबकि शुक्रवार को रवाना हुए फाल्कन रॉकेट ने नवंबर में दो अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पहुंचाने में सहायता की थी।

नासा के अंतरिक्ष यात्री शेन किम्बर और मेगन मैक्आर्थर आईएसएस गए ड्रैगन कैप्सूल के क्रमश: कमांडर और पायलट हैं। जब यान अंतरिक्ष केंद्र के करीब पहुंच रहा था तो उनकी नजर कंप्यूटर स्क्रीन पर थी ताकि जरूरी होने पर मानवीय तरीके से नियंत्रण किया जा सके लेकिन इसकी जरूरत नहीं पड़ी। कैप्सूल की स्वचालित प्रणाली ने सटीक काम किया और यह स्वचालित कार की तरह आईएसएस से जुड़ गया।

ड्रैगन कैप्सूल से गए फ्रांस के थॉमस पेस्क्यूट और जापान के अकिहिको होशिदे और अमेरिका के किम्बर पहले भी अंतरिक्ष केंद्र में रह चुके हैं जबक मैक्आर्थर की यह पहली यात्रा है।

गौरतलब है कि अगले चार दिन तक अंतरिक्ष केंद्र में 11 अंतरिक्ष यात्री रहेंगे जो एक समय में 13 अंतरिक्ष यात्रियों के रिकॉर्ड के करीब है। इस समय छह अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री, दो रूसी, दो जापानी और एक फ्रांसीसी अंतरिक्ष यात्री आईएसएस में मौजूद है।

आईएसएस से बुधवार को तीन अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और एक जापानी अंतरिक्ष यात्री लौटेगा।

एपी धीरज माधव

माधव


लेखक के बारे में