इमरान खान का खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री को सड़कों पर प्रदर्शन के लिए तैयारी करने का निर्देश

इमरान खान का खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री को सड़कों पर प्रदर्शन के लिए तैयारी करने का निर्देश

इमरान खान का खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री को सड़कों पर प्रदर्शन के लिए तैयारी करने का निर्देश
Modified Date: December 23, 2025 / 08:46 pm IST
Published Date: December 23, 2025 8:46 pm IST

(एम जुल्करनैन)

लाहौर, 23 दिसंबर (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ‘आसिम लॉ’ के खिलाफ सड़क पर आंदोलन की तैयारी करने का खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को निर्देश दिया है।

जेल में बंद इमरान खान का परोक्ष तौर पर इशारा ‘चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस’ आसिम मुनीर की ओर है।

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खान (73) अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं। खान के अप्रैल 2022 में सत्ता से हटने के बाद से उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं। उन्हें और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को शनिवार को एक अदालत ने तोशाखाना 2 भ्रष्टाचार मामले में 17-17 साल की जेल की सजा सुनाई।

खान ने सोमवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सोहेल अफरीदी के लिए मेरा संदेश है कि वे सड़क पर आंदोलन के लिए तैयारी करें। पूरे देश को अपने अधिकारों के लिए उठ खड़ा होना चाहिए। न्याय के लिए संघर्ष करना एक पवित्र कर्तव्य है और मैं अपने देश की ‘हकीकी आजादी’ (असली आजादी) के लिए अपनी जान कुर्बान करने को तैयार हूं।’’

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक खान ने कहा कि पाकिस्तान में शासन पूरी तरह से ‘आसिम लॉ’ (आसिम कानून) के तहत चल रहा है।

खान ने कहा, ‘‘यहां फैसले पहले से लिखे होते हैं और सिर्फ सुना दिए जाते हैं। पिछले तीन वर्षों के आधारहीन फैसलों और सजाओं की तरह, तोशाखाना 2 का फैसला भी मेरे लिए कोई नयी बात नहीं है। यह फैसला भी जल्दबाजी में, बिना किसी सबूत के और कानूनी आवश्यकताओं को पूरा किए बिना सुनाया गया।’’

खान ने कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी को दी गई एकान्त कारावास की सजा गंभीर मानसिक यातना के समान है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे किताबें पढ़ने, टीवी देखने और बैठकों में शामिल होने पर रोक लगा दी गई है। जबकि अन्य सभी कैदियों को टीवी तक पहुंच दी जाती है, यह मूल सुविधा भी बुशरा बीबी और मुझसे छीनी गई है। मेरे परिवार द्वारा भेजी गई किताबें जेल अधिकारियों द्वारा जब्त कर ली जाती हैं और हमें कई हफ्तों तक एकांत कारावास में रखा जाता है।’’

उन्होंने कहा, “यह व्यवहार अमानवीय है, फिर भी यह सब उत्पीड़न और क्रूरता मेरी संकल्प शक्ति को कमजोर नहीं कर सकता।’’

खान ने शहबाज शरीफ की सैन्य समर्थित सरकार की भी कड़ी आलोचना की।

उन्होंने कहा, “जब मैं आसिम मुनीर की आलोचना करता हूं, तो यह केवल एक व्यक्ति की आलोचना है, जैसे पहले के तानाशाहों की आलोचना की गई थी। आसिम मुनीर किसी जनमत संग्रह या लोकप्रिय वोट के माध्यम से सत्ता में नहीं आया। जो कुछ मेरे साथ जेल में हो रहा है, वह आसिम मुनीर के आदेश पर एक कर्नल के निर्देशानुसार किया जा रहा है।’’

भाषा अमित पवनेश

पवनेश


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