(फकीर हसन)
जोहानिस्बर्न, 11 अगस्त (भाषा) भारत में अफ्रीकी राष्ट्र के नवनियुक्त राजदूत अनिल सूकलाल ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच विशेष संबंध हैं जिनमें हर स्तर पर संभावनाएं हैं और उम्मीद जताई कि दोनों देश वैश्विक मंच पर नेतृत्व प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
भारत में दक्षिण अफ्रीका के राजदूत नियुक्त होने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति सूकलाल ने अपनी नियुक्ति के सम्मान में आयोजित एक समारोह में यह बात कही।
सूकलाल ने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच विशेष संबंध हैं, और मैं खुद को बेहद गौरवान्वित और भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं कि हमारे संबंधों के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दौर में भारत में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए मेरा चयन किया गया।’’
उन्होंने कहा कि भारत के साथ ‘‘विशेष संबंध’’ का उल्लेख दिवंगत राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने भी किया था। उन्होंने कहा कि मंडेला ने दक्षिण अफ्रीका के पहले लोकतांत्रिक नेता के रूप में निर्वाचित होने के बाद भारत का दौरा ‘‘न केवल भारत सरकार, बल्कि भारत के लोगों को उनकी महत्वपूर्ण भूमिका (रंगभेद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाने के लिए नेतृत्व करने में) के लिए धन्यवाद देने के लिए किया था।’’
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि भारत और दक्षिण अफ्रीका ने विश्व की चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सूकलाल ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि जीवंत लोकतंत्र के रूप में, मौलिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों में विश्वास रखने वाले देशों के रूप में हम वैश्विक मंच पर नेतृत्व कर सकते हैं।’’
उन्होंने मेफेयर उपनगर स्थित स्वामीनारायण मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम सभी का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हम इस (द्विपक्षीय) संबंध को उस स्तर तक ले जाएं जिस पर इसे होना चाहिए। यह अभी तक वहां नहीं पहुंचा है।’’
जोहान्सबर्ग के उपनगर नॉर्थ राइडिंग में बन रहे मंदिर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस संबंध में हर स्तर पर अपार संभावनाएं है और मुझे उम्मीद तथा पूरा विश्वास है कि जोहान्सबर्ग में मंदिर का निर्माण इस रिश्ते में एक महत्वपूर्ण बिंदु होगा।’’
सूकलाल ने बताया कि वह उन भारतीयों के वंशज हैं जो 1893 में दक्षिण अफ्रीका आए थे।
भाषा खारी संतोष
संतोष