भारतीय सेना प्रमुख नरवणे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने श्रीलंका पहुंचे |

भारतीय सेना प्रमुख नरवणे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने श्रीलंका पहुंचे

भारतीय सेना प्रमुख नरवणे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने श्रीलंका पहुंचे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:49 PM IST, Published Date : October 12, 2021/4:15 pm IST

कोलंबो, 12 अक्टूबर (भाषा) भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे मंगलवार को आधिकारिक यात्रा पर यहां पहुंचे और इस दौरान वह श्रीलंका के शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व से मुलाकात करेंगे तथा द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।

अपने श्रीलंकाई समकक्ष जनरल शावेंद्र सिल्वा के निमंत्रण पर चार दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे जनरल नरवणे का हवाई अड्डे पर श्रीलंका के शीर्ष जनरल द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

भारतीय सेना ने एक ट्वीट में कहा, “जनरल नरवणे श्रीलंका पहुंचे और हवाई अड्डे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ व श्रीलंकाई सेना के कमांडर जनरल शावेंद्र सिल्वा द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।”

यहां भारतीय उच्चायोग ने एक ट्वीट में कहा, “(उनका) दौरा भारत और श्रीलंका के बाच रक्षा क्षेत्र में गहन सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा।”

अपनी यात्रा के दौरान, जनरल नरवने के श्रीलंकाई सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से मिलने की उम्मीद है।

श्रीलंकाई सेना ने कहा कि बुधवार को जनरल नरवणे को सेना मुख्यालय में “रंगारंग ‘गार्ड टर्नआउट’ के साथ एक सुरुचिपूर्ण ढंग से तैयार विशेष गारद सलामी दी जाएगी।

बृहस्पतिवार को वह पूर्व में मदुरू ओया स्पेशल फोर्स ट्रेनिंग स्कूल में चल रहे द्विपक्षीय अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ का अंतिम प्रदर्शन देखेंगे।

भारत और श्रीलंका ने पिछले सप्ताह द्वीपीय राष्ट्र के पूर्वी जिले अम्पारा में युद्धक प्रशिक्षण स्कूल’ में आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ 12 दिवसीय व्यापक सैन्य अभ्यास शुरू किया था।

कर्नल प्रकाश कुमार की अध्यक्षता में भारतीय सेना के 120 जवानों की सशस्त्र टुकड़ी की भागीदारी के साथ चार से 15 अक्टूबर तक ‘मित्र शक्ति’ अभ्यास का आठवां संस्करण चल रहा है।

जनरल नरवणे के यहां स्थित स्मारक पर भारतीय शांतिरक्षा सेना (आईपीकेएफ) के युद्ध नायकों को पुष्पांजलि अर्पित करने की उम्मीद है। उन्होंने भी 1987-1990 तक श्रीलंका के उत्तर और पूर्व में आईपीकेपी में सेवा दी थी

जनरल नरवणे की यात्रा विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के श्रीलंका दौरे और देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के एक सप्ताह बाद हो रही है और भारत द्वारा पारस्परिक रूप से लाभकारी परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने को दिए जा रहे महत्व को रेखांकित करती है। श्रृंगला ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में मार्गदर्शन और घनिष्ठ सहयोग के लिए राष्ट्रपति राजपक्षे को भी धन्यवाद दिया था।

भाषा

प्रशांत माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)