महामारी के बाद अपने करियर को लेकर सकारात्मक हैं भारतीय शिक्षक : रिपोर्ट |

महामारी के बाद अपने करियर को लेकर सकारात्मक हैं भारतीय शिक्षक : रिपोर्ट

महामारी के बाद अपने करियर को लेकर सकारात्मक हैं भारतीय शिक्षक : रिपोर्ट

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:04 PM IST, Published Date : September 21, 2021/10:50 pm IST

अदिति खन्ना

लंदन, 21 सितंबर (भाषा) भारतीय शिक्षक महामारी के बाद अपने करियर को लेकर बहुत ही सकारात्मक रुख अपना रहे हैं। भारतीय शिक्षकों ने इस दौरान स्वयं को कुशल और दक्ष बनाने के साथ ही वापसी करने की अपनी क्षमता का भी परिचय दिया है और अब वे अपने शिक्षण कार्य को जारी रखने के लिए बेहद उत्सुक हैं।

शिक्षण कार्य के तौर-तरीकों तथा परिणामों में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी(तकनीक) के इस्तेमाल को लेकर किए गए एक वैश्विक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षकों के लिए प्रणाली एवं तकनीकी उपकरणों की पेशकश करने वाले एक विश्वव्यापी संगठन टी4 एजुकेशन ने इस साल की शुरुआत में शिक्षा पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव का विश्लेषण करने और शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक के भविष्य को आंकने के लिए अपना सर्वेक्षण शुरू किया।

इस सर्वेक्षण में 165 देशों के 20,679 शिक्षकों ने हिस्सा लिया, जिसकी रिपोर्ट इस सप्ताह लंदन में जारी हुई थी। इस सर्वेक्षण के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की गयी कि कोविड प्रतिबंधों ने शैक्षणिक असमानता को किस तरह से प्रभावित किया है।

सर्वेक्षण की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि भारतीय शिक्षकों का महामारी के बाद अपने करियर को लेकर बेहद सकारात्मक दृष्टिकोण है। इस दौरान शिक्षकों ने अपने कौशल को विकसित किया है और वे शिक्षण को लेकर बेहद इच्छुक नजर आए हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक 90 प्रतिशत शिक्षकों का मानना है कि कोविड-19 महामारी ने उन्हें एक बेहतर शिक्षक बनाया है।

टी4 एजुकेशन के संस्थापक विकास पोटा ने कहा, “पिछले 18 महीनों के दौरान दुनिया भर के शिक्षकों ने एक अविश्वसनीय स्थिति का सामना किया है। वैश्विक स्तर पर यह अनूठी रिपोर्ट बताती है कि कैसे शिक्षकों ने महामारी के कारण पैदा हुए विश्वव्यापी शिक्षा संकट का बहादुरी से सामना किया है।“

भाषा

रवि कांत माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)