द हेग, नौ दिसंबर (एपी) अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के न्यायाधीशों ने मंगलवार को खूंखार सूडानी जंजावीद मिलिशिया के एक नेता को 20 साल से भी अधिक समय पहले दारफुर में हुए विनाशकारी संघर्ष के दौरान किए गए युद्ध अपराधों और मानवता के विरुद्ध अपराधों के लिए 20 साल के कारावास की सजा सुनाई।
पिछले महीने एक सुनवाई में अभियोजकों ने अली मुहम्मद अली अब्द-अल-रहमान को आजीवन कारावास की सजा देने का अनुरोध किया था। अली मुहम्मद को अक्टूबर में युद्ध अपराधों और मानवता के विरुद्ध अपराधों के 27 मामलों में दोषी ठहराया गया था, जिसमें 2003-2004 में सामूहिक रूप से फांसी का आदेश देना और दो कैदियों को कुल्हाड़ी से हमला करके मार डालना शामिल था।
अभियोजक जूलियन निकोल्स ने नवंबर में सजा पर सुनवाई के समय न्यायाधीशों से कहा, ‘‘उसने ये अपराध जानबूझकर, स्वेच्छा से और जैसा कि सबूत दिखाते हैं, पूरी बर्बरता के साथ किए।’’
इस दौरान 76 वर्षीय अली मुहम्मद अब्द-अल-रहमान खड़े होकर दलीलें सुनता रहा, लेकिन पीठासीन न्यायाधीश जोआना कोर्नर द्वारा सजा सुनाए जाने पर उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की।
एपी संतोष नरेश
नरेश