ईरान ने इमारत गिरने से हुई मौतों और विरोध को छिपाने के लिए इंटरनेट बंद किया : विशेषज्ञ

ईरान ने इमारत गिरने से हुई मौतों और विरोध को छिपाने के लिए इंटरनेट बंद किया : विशेषज्ञ

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  • Publish Date - May 31, 2022 / 08:12 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:26 PM IST

दुबई, 31 मई (एपी) ईरान के दक्षिण पश्चिम हिस्से में एक बहुमंजिला इमारत गिरने और उसमें 34 लोगों के मारे जाने के बाद जनता में पैदा हुई नाराजगी और विरोध प्रदर्शनों को छिपाने के लिए इंटरनेट तक पहुंच बाधित कर दी। यह दावा विशेषज्ञों ने मंगलवार को किया।

उन्होंने कहा कि इंटरनेट बाधित होने से दक्षिण पश्चिम सूबा डिजिटल लिहाज से अलग-थलग हो गया है, पत्रकारों के लिए जमीन पर हो रही घटनाओं को सत्यापित करना मुश्किल हो रहा है जबकि कार्यकर्ता भी विरोध प्रदर्शन की तस्वीर साझा नहीं कर पा रहे हैं।

अधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि ईरान की सरकार अशांति के समय लगातार इस हथकंडे का इस्तेमाल करती है जहां पर रेडियो और टेलीविजन पहले ही सरकार के नियंत्रण में है और पत्रकारों को गिरफ्तारी के भय का सामना करना पड़ता है।

पश्चिम एशिया में डिजिटल सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले मियां समूह के अनुसंधानकर्ता अमीर रशिदी ने कहा कि ईरान के तेल संपन्न खुजेस्तान में इंटरनेट सेवा बाधित करने की प्रक्रिया इमारत गिरने से करीब एक हफ्ते पहले मई के शुरुआत में ही शुरू हो गई थी।

उन्होंने बताया कि इस सूबे में नस्ली तौर पर अरब आबादी रहती है जो लंबे समय से भेदभाव का आरोप लगा रही है। यह डूबती अर्थव्यवस्था और खाद्यान्नों की बढ़ती कीमतों की वजह से प्रदर्शन का केंद्र रहा है।

मियां समूह द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले सप्ताह मेट्रोपोल इमारत के गिरने के बाद इलाके में इंटरनेट पर पाबंदी को और सख्ती से लागू किया गया।

इस आपदा के बाद अबादान शहर में आक्रोश फैल गया और निवासी सरकार की कथित लापरवाही के खिलाफ रात को इमारत गिरने के स्थान पर जमा होकर प्रदर्शन करते हुए और इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। इस घटना का वीडियो बड़े पैमाने पर वायरल हुआ जिसमें कुछ अधिकारी धक्का मुक्की करते और प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोडते नजर आ रहे हैं। हालांकि, इस घटना में हताहतों और गिरफ्तारियों की संख्या स्पष्ट नहीं है।

मियां समूह ने कहा कि इन प्रदर्शनों के जवाब में ईरानी अधिकारियों ने इंटरनेट को पूरी तरह से बंद कर दिया और बाद में सख्त नियंत्रण के बाद सीमित पहुंच दी है।

एपी धीरज नरेश

नरेश