इस्कॉन ब्रिटेन ने ऐतिहासिक लंदन स्थल प्राप्त करने का जश्न मनाया

इस्कॉन ब्रिटेन ने ऐतिहासिक लंदन स्थल प्राप्त करने का जश्न मनाया

इस्कॉन ब्रिटेन ने ऐतिहासिक लंदन स्थल प्राप्त करने का जश्न मनाया
Modified Date: November 29, 2025 / 08:30 pm IST
Published Date: November 29, 2025 8:30 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 29 नवंबर (भाषा) ब्रिटेन में अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) इस सप्ताह एक नीलामी में लंदन में अपने मूल मंदिर स्थल को प्राप्त करने का जश्न मना रहा है।

मध्य लंदन के ब्लूम्सबरी क्षेत्र में 7 बरी प्लेस स्थित ऐतिहासिक इमारत का इतिहास 1968 से जुड़ा हैं, जब इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद ने तीन अमेरिकी दम्पतियों को ब्रिटेन में एक मिशन स्थापित करने के लिए भेजा था।

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अंततः बीटल गायक जॉर्ज हैरिसन जैसे समर्थकों की मदद से इसे हासिल किया गया, जिन्होंने मूल पट्टे पर सह-हस्ताक्षर किए थे और यह ब्रिटेन में इस्कॉन के शुरुआती कार्यों का आधार बना।

इस्कॉन ब्रिटेन के शासी निकाय आयोग (जीबीसी) के प्रघोष दास ने कहा, ‘‘सात बरी प्लेस को पुनः प्राप्त करना, ब्रिटेन में हमारे आध्यात्मिक जन्मस्थान को पुनः प्राप्त करना है। हमें उम्मीद है कि हम इसे एक बार फिर कृष्णभावनामृत के एक जीवंत, प्राणवान केंद्र, एक इस्कॉन तीर्थस्थल, उन श्रद्धालुओं के लिए तीर्थस्थल में बदल सकें, जिन्होंने केवल इस्कॉन की विरासत और ब्रिटेन में कृष्णभावनामृत की स्थापना करने वाले मूल श्रद्धालुओं के अग्रणी कार्यों के बारे में ही पढ़ा है।’’

मंगलवार को हुई नीलामी में ब्रिटिश संग्रहालय के पास स्थित पांच मंजिला इमारत इस्कॉन ब्रिटेन के पक्ष में लगभग 11.6 लाख पाउंड में नीलाम हुई। कार्यालय के रूप में इस्तेमाल की जा रही यह इमारत कभी ब्रिटेन में इस्कॉन की उभरती उपस्थिति का केंद्र बिंदु रही थी।

इस्कॉन ब्रिटेन ने कहा, ‘‘यहीं पर, दिसंबर 1969 में, इस्कॉन के संस्थापक-आचार्य, ए सी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने लंदन के पहले राधा-कृष्ण मंदिर का औपचारिक उद्घाटन किया और श्री श्री राधा-लंदनीश्वर की प्राणप्रतिष्ठा की। इस्कॉन लंदन मंडली बाद में सोहो स्ट्रीट स्थित अपने वर्तमान स्थान पर स्थानांतरित हो गई और 7 बरी प्लेस में अपनी स्थापना को हमेशा याद करती रही।’’

भाषा

अमित माधव

माधव


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