‘नो फ्लाई लिस्ट’ से नाम हटने के बाद पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ से मिलने लंदन रवाना हुईं मरियम |

‘नो फ्लाई लिस्ट’ से नाम हटने के बाद पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ से मिलने लंदन रवाना हुईं मरियम

‘नो फ्लाई लिस्ट’ से नाम हटने के बाद पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ से मिलने लंदन रवाना हुईं मरियम

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:56 PM IST, Published Date : October 5, 2022/7:46 pm IST

(एम. जुल्करनैन)

लाहौर, पांच अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज तीन साल बाद ‘नो फ्लाई लिस्ट’ से अपना नाम हटने के बाद बुधवार को अपने पिता से मिलने के लिए लंदन रवाना हुईं।

एक धनशोधन मामले में मरियम ने वर्ष 2019 में अपना पासपोर्ट जमा कराया था और लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) कार्यालय द्वारा उनका पासपोर्ट लौटाए जाने के 24 घंटे के भीतर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज लंदन के लिए रवाना हो गईं।

पिछले हफ्ते इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने मरियम को एवेनफील्ड अपार्टमेंट (लंदन में) भ्रष्टाचार मामले में बरी किया था, जिसमें उन्हें कथित तौर पर ‘‘अपने पिता की संपत्ति छिपाने’’ के मामले में सह-आरोपी के तौर पर सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। मरियम (48) एवेनफील्ड मामले में बरी होने के बाद अब चुनाव लड़ सकेंगी।

लाहौर हवाई अड्डा पर मरियम नवाज ने पत्रकारों से कहा कि वह लंदन में अपने पिता से मिलने के लिए उत्सुक हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पिता नवंबर या दिसंबर में उनके साथ वापस आएंगे, इस पर मरियम ने कहा, ‘‘काश, वह मेरे साथ लौटते।’’

नवाज शरीफ ‘‘चिकित्सा आधार’’ पर जमानत मिलने के बाद नवंबर 2019 से ब्रिटेन में स्व-निर्वासित हैं। अल-अजीजिया मामले में राहत मिलने के बाद नवाज शरीफ अपनी वापसी की योजना को अंतिम रूप दे सकते हैं, जिसमें वह सात साल की कैद का सामना कर रहे हैं।

मरियम का मानना है कि एवेनफील्ड मामले में उनके बरी होने के बाद, पीएमएल-एन संस्थापक को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने जिस मामले में 10 साल की सजा सुनाई थी, उस संदर्भ में एक अर्जी दाखिल करने के बाद उन्हें राहत मिल जाएगी।

मरियम ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान को अदालत की अवमानना ​​मामले में ‘‘क्षमा’’ करने के लिए परोक्ष रूप से इस्लामाबाद उच्च न्यायालय को आड़े हाथों लिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इमरान खान को क्षमा करने के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) के न्यायमूर्ति अतहर मिनाल्लाह के फैसले का सम्मान करती हूं, लेकिन मैं न्यायपालिका से सम्मानपूर्वक कहना चाहती हूं कि इमरान जैसे लोगों के प्रति उदारता नहीं दिखाई जा सकती, क्योंकि वे अधिक प्रोत्साहित महसूस करते हैं।’’

उन्होंने यह भी दावा किया कि क्रिकेटर से नेता बने इमरान ने पिछले महीने प्रेसीडेंसी में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की थी और मामले में राहत मांगने की कोशिश की थी। खान ने हाल में एक टीवी साक्षात्कार में न तो इस इस बैठक से इनकार किया और न ही इसकी पुष्टि की थी।

भाषा सुरभि सुरेश

सुरेश

 

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