‘माइक्रोसॉफ्ट एक्सचेंज’ ईमेल हैकिंग चीन ने की थी: अमेरिका

‘माइक्रोसॉफ्ट एक्सचेंज’ ईमेल हैकिंग चीन ने की थी: अमेरिका

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  • Publish Date - July 19, 2021 / 02:18 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:25 PM IST

वाशिंगटन,19 जुलाई (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने चीन पर ईमेल सर्वर सॉफ्टवेयर ‘माइक्रोसॉफ्ट एक्सचेंज’ को हैक करने का सोमवार को आरोप लगाया। आरोप हैं कि इस वर्ष की शुरुआत में दुनियाभर में लाखों कम्प्यूटरों में सेंध लगाई लगी।

बाइडन प्रशासन ने और साझेदार देशों ने बीजिंग से व्यापक पैमाने पर साइबर खतरे का भी खुलासा किया है, जिनमें सरकार से जुड़े हैकरों द्वारा रैनसमवेयर हमला शामिल है, जिसमें हैकरों ने कंपनियों को निशाना बनाया था और बदले में लाखों डॉलर की मांग की थी।

इसबीच न्याय मंत्रालय ने चीन के चार नागरिकों के खिलाफ सोमवार को आरोपों की घोषणा की। अभियोजकों का कहना है कि ये लोग हैकिंग के लिए गृह सुरक्षा मंत्रालय के साथ काम कर रहे थे,जिसमें कंपनियों, विश्वविद्यालयों और सरकारी प्रतिष्ठानों सहित दर्जनों कम्प्यूटर प्रणालियों को निशाना बनाया गया।

प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गृह सुरक्षा मंत्रालय से जुड़े हैकरों ने रैनसमवेयर हमला किया जिससे अमेरिकी सरकार स्तब्ध है और चिंतित है। यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने भी चीन पर उंगली उठाई है। ईयू ने कहा कि गंभीर प्रभावों वाली दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधियां, जो ब्लॉक के 27 सदस्य देशों में सरकारी संस्थानों, राजनीतिक संगठनों और प्रमुख उद्योगों को लक्षित करती हैं, वे चीन के हैकिंग समूहों से जुड़ी हो सकती हैं ।

ब्रिटेन के राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा केन्द्र ने कहा कि इन समूहों ने अमेरिका, यूरोप के समुद्री उद्योगों और नौसेना रक्षा कॉन्ट्रैक्टर्स को निशाना बनाया,साथ ही फिनलैंड की संसद को भी इन्होंने निशाना बनाया।

एक बयान में, यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि हैकिंग ‘‘बौद्धिक संपदा की चोरी और जासूसी के उद्देश्य से चीनी क्षेत्र से की गई थी।’’

ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट एक्सचेंज साइबर हमले परेशान करने वाले थे लेकिन इसका तरीका ऐसा है,जिससे हम परिचित हैं।

हाल ही में हुए कुछ रैनसमवेयर हमलों में रूस के आपराधिक गुटों के शामिल होने की भी बात सामने आई थी। माइक्रोसॉफ्ट एक्सचेंज हैकिंग का सबसे पहले जनवरी माह में पता चला था और निजी क्षेत्र के समूहों ने इसके लिए चीन के साइबर जासूसों को जिम्मेदार ठहराया था।

संघीय जांच ब्यूरो,राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी तथा साइबर सुरक्षा एवं अवसंरचना सुरक्षा एजेंसी की ओर से सोमवार को जारी एक परामर्श में ऐसी विशिष्ट तकनीक और तरीकों का उल्लेख किया गया है जिससे सरकारी एजेंसियां और करोबार अपनी रक्षा कर सकते हैं।

चीन के विदेश मंत्रायल के एक प्रवक्ता ने माइक्रोसाफ्ट एक्सचेंज हैकिंग के बारे में पूछे जाने पर पूर्व में कहा था चीन साइबर हमले और साइबर चोरी के सभी प्रकार का कड़ाई से विरोध करता है।

एपी

शोभना पवनेश

पवनेश