मुरलीधरन ने श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे से मुलाकात की, प्रधानमंत्री मोदी की ओर से बधाई दी |

मुरलीधरन ने श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे से मुलाकात की, प्रधानमंत्री मोदी की ओर से बधाई दी

मुरलीधरन ने श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे से मुलाकात की, प्रधानमंत्री मोदी की ओर से बधाई दी

:   Modified Date:  February 4, 2023 / 07:07 PM IST, Published Date : February 4, 2023/7:07 pm IST

कोलंबो, चार फरवरी (भाषा) विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने शनिवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी के ‘‘विभिन्न पहलुओं’’ पर चर्चा की।

मुरलीधरन ने श्रीलंका के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से विक्रमसिंघे को बधाई भी दी।

मुरलीधरन श्रीलंका के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिये कोलंबो की यात्रा पर हैं।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कोलंबो में श्रीलंका के राष्ट्रपति महामहिम रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात करके बेहद प्रसन्नता हुई। श्रीलंका के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की ओर से बधाई दी।”

उन्होंने यह भी लिखा, ‘‘बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी के विविध पहलुओं पर चर्चा की।’’

इससे पहले मुरलीधरन ने श्रीलंका के स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया, जिसमें अन्य विदेशी गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह मील का पत्थर दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 साल पूरे होने के साथ मेल खाता है। भारत हमेशा श्रीलंका का भरोसेमंद साथी और भरोसेमंद दोस्त रहा है।’’

मुरलीधरन ने श्रीलंका में भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत की।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारत और श्रीलंका के बीच आर्थिक और दोनों देशों के नागरिकों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान की सराहना की। उनकी भूमिका आज और भी महत्वपूर्ण हो गयी है जब श्रीलंका आर्थिक सुधार के रास्ते पर है।’’

भारतीय मूल के लोगों (पीआईओ) में सिंधी, बोराह, गुजराती, मेमन, पारसी, मलयाली और तेलुगु भाषी व्यक्ति शामिल हैं, जो (अधिकांश विभाजन के बाद) श्रीलंका में बस गए हैं और विभिन्न व्यावसायिक उपक्रमों में लगे हुए हैं।

कोलंबो में भारतीय मिशन के अनुसार, अनौपचारिक आंकड़ों से पता चलता है कि लगभग 14,000 प्रवासी भारतीय श्रीलंका में रह रहे हैं।

मुरलीधरन ने कोलंबो के पवित्र गंगारामया मंदिर में महात्मा बुद्ध की पूजा अर्चना की।

विदेश राज्य मंत्री ने भारत और श्रीलंका के बीच घनिष्ठ सभ्यतागत संबंधों पर प्रकाश डाला, जिसमें बौद्ध धर्म का भी योगदान है।

भाषा सुरेश दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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