फिलीपीन और रूस के पत्रकारों को दिया गया नोबेल शांति पुरस्कार |

फिलीपीन और रूस के पत्रकारों को दिया गया नोबेल शांति पुरस्कार

फिलीपीन और रूस के पत्रकारों को दिया गया नोबेल शांति पुरस्कार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : October 8, 2021/5:00 pm IST

ओस्लो, आठ अक्टूबर (एपी) फिलीपीन की पत्रकार मारिया रसा और रूसी पत्रकार दमित्री मुरातोव को शुक्रवार को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

यह पुरस्कार उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष को लेकर दिया गया है।

विजेताओं की घोषणा शुक्रवार को नॉर्वेजियन नोबेल समिति के अध्यक्ष बेरिट रीस-एंडरसन ने की।

रीस-एंडरसन ने कहा, ‘‘स्वतंत्र और तथ्य-आधारित पत्रकारिता सत्ता के दुरुपयोग, झूठ और युद्ध के दुष्प्रचार से बचाने का काम करती है।”

उन्होंने कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की स्वतंत्रता के बिना, राष्ट्रों के बीच भाईचारे को सफलतापूर्वक बढ़ावा देना, निरस्त्रीकरण और सफल होने के लिए एक बेहतर विश्व व्यवस्था को बढ़ावा देना मुश्किल होगा।”

नोबेल समिति ने कहा कि 2012 में रेसा द्वार सह-संस्थापित समाचार वेबसाइट ‘रैपलर’ ने ‘(राष्ट्रपति रोड्रिगो) दुतेर्ते शासन के विवादास्पद, जानलेवा नशीली दवाओं के विरोधी अभियान पर आलोचनात्मक दृष्टि से ध्यान केंद्रित किया है।”

उसने और रैपर ने ‘यह भी साबित किया है कि कैसे फर्जी समाचार फैलाने, विरोधियों को परेशान करने और सार्वजनिक संवादों में हेरफेर करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया जा रहा है।’

मुरातोव 1993 में स्वतंत्र रूसी समाचार पत्र नोवाया गजेटा के संस्थापकों में से एक थे।

नोबेल समिति ने कहा, “सत्ता के प्रति मौलिक रूप से आलोचनात्मक रवैये के साथ, नोवाया गजेटा आज रूस में सबसे स्वतंत्र समाचार पत्र है।”

इसने कहा, “समाचार पत्र की तथ्य-आधारित पत्रकारिता और पेशेवर सत्यनिष्ठा ने इसे रूसी समाज के निंदात्मक पहलुओं पर जानकारी का एक महत्वपूर्ण स्रोत बना दिया है जिसका उल्लेख शायद ही कभी अन्य मीडिया द्वारा किया जाता है।”

क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने मुरातोव को पुरस्कार जीतने पर बधाई दी, ‘प्रतिभाशाली और बहादुर’ व्यक्ति के रूप में उनकी सराहना की।

प्रतिष्ठित पुरस्कार के साथ एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (11.4 लाख डॉलर से अधिक) हैं। पुरस्कार राशि पुरस्कार के निर्माता, स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से आती है, जिनकी मृत्यु 1895 में हुई थी।

सोमवार को, नोबेल समिति ने अमेरिकियों डेविड जूलियस और अर्डेम पटापाउटियन को उनकी खोजों के लिए कि मानव शरीर तापमान और स्पर्श को कैसे समझता है, शरीर विज्ञान या चिकित्सा में पुरस्कार से सम्मानित किया।

भौतिकी में नोबेल पुरस्कार मंगलवार को तीन वैज्ञानिकों को प्रदान किया गया, जिनके काम ने प्रकृति की जटिल शक्तियों को समझाने और भविष्यवाणी करने में मदद की, जिसमें जलवायु परिवर्तन की हमारी समझ का विस्तार करना शामिल है।

बेंजामिन लिस्ट और डेविड डब्ल्यू.सी. मैकमिलन को बुधवार को रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कार के विजेताओं के रूप में नामित किया गया था, ताकि अणुओं के निर्माण के लिए एक आसान और पर्यावरण की दृष्टि से स्वच्छ तरीका खोजा जा सके, जिसका उपयोग दवाओं और कीटनाशकों सहित यौगिकों को बनाने के लिए किया जा सकता है।

साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार बृहस्पतिवार को ब्रिटेन के तंजानिया के लेखक अब्दुल रजाक गुरनाह को दिया गया, जिन्हें ‘उपनिवेशवाद के प्रभावों और शरणार्थियों की स्थिति’ के लिए पहचाना गया था।

आने वाले सोमवार को अर्थशास्त्र (फील्ड) में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कार की घोषणा की जानी चाहिए।

एपी

नेहा उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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