इस्लामाबाद, 26 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से कुछ ऑडियो क्लिप के लीक होने पर विपक्ष ने सरकार की सोमवार को आलोचना की ।
पूर्व सूचना मंत्री फव्वाद चौधरी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता चौधरी ने रविवार को सोशल मीडिया पर कुछ ऑडियो लीक होने के बाद पीएमओ की सुरक्षा पर गंभीर चिंताएं व्यक्त कीं। इन ऑडियो में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) नेता मरयम नवाज़ और संघीय मंत्रिमंडल के कुछ प्रमुख सदस्यों को शासन के मामलों पर चर्चा करते हुए सुना जा सकता है।
मामले की गंभीरता पर जोर देते हुए चौधरी ने कहा कि ‘दुर्भाग्य से पाकिस्तान में फोन टैपिंग आम बात हो गई है और देश में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा संकट’ है।
‘डॉन’ अखबार ने उनके हवाले से कहा, “ इससे पता चलता है कि साइबर सुरक्षा के मामले में पीएमओ काफी कमजोर है और वहां से कुछ भी लीक हो सकता है।”
पूर्व मंत्री ने दावा किया कि इन ऑडियो को कथित तौर पर लीक करने वाले हैकर के पास और भी अहम ऑडियो हैं जो अभी सामने नहीं आए हैं।
चौधरी ने प्रधानमंत्री शरीफ और पीएमएल-एन की आलोचना करते हुए उन पर सरकार को प्रभावी ढंग से नहीं चला पाने का आरोप लगाया।
पीटीआई नेता ने कहा, “ हम इन ऑडियो को पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के सामने रखेंगे” और उनसे स्वतंत्र जांच की मांग करेंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार से आधिकारिक बयान की भी मांग की।
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक, लीक ऑडियो में कथित रूप से शरीफ की आवाज़ है जो एक सरकारी अधिकारी को बता रहे हैं कि मरयम नवाज़ अपने दामाद राहिल के कहने पर एक ऊर्जा संयंत्र के लिए भारत से मशीनरी मंगवाने पर विचार कर रही हैं। वह प्रधानमंत्री की भतीजी हैं और उनका सरकार में काफी प्रभाव है।
चौधरी ने मांग की कि रिश्तेदार के आग्रह पर भारत से मशीनरी की खरीद में मदद करने के लिए शरीफ के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सूचना मंत्री मरयम औरंगजेब ने कहा कि प्रधानमंत्री लंदन से लौटने पर मामले की जांच का आदेश दे सकते हैं।
भाषा नोमान नरेश
नरेश
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