रोम, सात सितंबर (एपी) दुनिया के शीर्ष ईसाई नेताओं-पोप फ्रांसिस, कैंटरबरी के मुख्य पादरी जस्टिन वेलबाये और रूढ़िवादी ईसाई परंपरा के आध्यात्मिक नेता बार्थोलॉम्यू-प्रथम – ने मंगलवार को आगामी जलवायु शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों से ”पृथ्वी की पुकार को सुनने” और ग्रह के सरंक्षण के वास्ते एक संयुक्त अपील जारी की।
अपने पहले संयुक्त बयान में तीन ईसाई धर्मगुरुओं ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने राजनेताओं को वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पुनर्विचार करने और इसे गरीबों के लिए और अधिक टिकाऊ और सामाजिक बनाने का एक अभूतपूर्व अवसर दिया।
उन्होंने कहा, ” हमें यह तय करना होगा कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए किस तरह की दुनिया छोड़ना चाहते हैं।”
हालांकि, बयान में उन्होंने यह भी कहा है कि खतरा अब दूर नहीं है।
संयुक्त बयान में कहा गया, ” हाल के महीनों में मौसम के गंभीर असर एवं प्राकृतिक आपदाएं, कड़ाई से यह दर्शाते हैं कि जलवायु परिवर्तन न केवल भविष्य की चुनौती है, बल्कि अस्तित्व को लेकर एक तत्कालिक और जरूरी विषय है।”
आगामी संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में कम से कम फ्रांसिस के व्यक्तिगत रूप से भाग लेने की उम्मीद है। सीओपी-26 के रूप में पहचाने जाना वाला यह सम्मेलन, स्कॉटलैंड के ग्लासगो में नवंबर की शुरुआत में निर्धारित है।
एपी शफीक पवनेश
पवनेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गुप्त रूप से धन देने संबंधी ट्रंप के खिलाफ मामले…
11 hours agoगुप्त रूप से धन देने संबंधी ट्रंप के खिलाफ मामले…
13 hours ago