पाकिस्तान, इंडोनेशिया ने सात सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए, शहबाज की सुबियांतो से बातचीत

पाकिस्तान, इंडोनेशिया ने सात सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए, शहबाज की सुबियांतो से बातचीत

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  • Publish Date - December 9, 2025 / 05:49 PM IST,
    Updated On - December 9, 2025 / 05:49 PM IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, नौ दिसंबर (भाषा) पाकिस्तान और इंडोनेशिया ने मंगलवार को विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के लिए सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यहां इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के साथ ‘सकारात्मक’ वार्ता की।

यह सुबिआंतो की पहली पाकिस्तान यात्रा है। इंडोनेशिया से किसी राष्ट्रपति की पाकिस्तान की पिछली यात्रा 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति जोको विडोडो ने की थी।

सरकारी रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, इन समझौतों में उच्च शिक्षा में सहयोग, इंडोनेशियाई राज्य छात्रवृत्ति के लिए अनुदान कार्यक्रम और लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए व्यावसायिक विकास में सहायता शामिल है। इसके अनुसार इसमें राष्ट्रीय अभिलेखागार, मादक पदार्थ नियंत्रण और अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने में सहयोग, हलाल व्यापार और प्रमाणन में सहयोग और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग भी शामिल है।

शहबाज ने वार्ता के बाद एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के साथ मिलकर काम करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने द्विपक्षीय व्यापार, संस्कृति को बढ़ावा देने और चिकित्सा, स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में परस्पर सहयोग करने का निर्णय लिया है।’’

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चिकित्सा के क्षेत्र में आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने चिकित्सकों, दंत चिकित्सकों, चिकित्सा पेशेवरों और अन्य संबंधित विशेषज्ञों को भी इंडोनेशिया भेजेगा।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच 4.5 अरब अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार में मुख्य रूप से पाकिस्तान द्वारा आयातित पाम ऑयल शामिल है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने पाकिस्तान से कृषि उत्पादों और आईटी सेवाओं के निर्यात के माध्यम से व्यापार को संतुलित करने के लिए सामूहिक उपाय करने के तरीकों पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंध 75 वर्षों से भी अधिक पुराने हैं और इंडोनेशियाई राष्ट्रपति की यह यात्रा उनके राजनयिक संबंधों की स्थापना की वर्षगांठ के अवसर पर हुई है।

पुराने संबंधों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि 1965 के युद्ध में इंडोनेशिया, पाकिस्तान के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहा था। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के लोग इसे हमेशा याद रखेंगे।’

उन्होंने कहा कि इंडोनेशियाई राष्ट्रपति की यात्रा भाईचारे के संबंधों को और अधिक ऊंचे स्तर पर ले जाएगी तथा उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वे ना केवल अपने देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रगति और शांति को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे।

इस अवसर पर सुबियांतो ने कहा कि पाकिस्तान और इंडोनेशिया दोनों ही व्यावहारिक रूप से द्विपक्षीय व्यापार संबंधों के पुनर्संतुलन में तेजी लाने पर सहमत हुए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारी बैठकें बहुत ही उपयोगी रहीं। हमने विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौते किए हैं और हमने आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। हम शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और आपसी हितों के अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के लिए भी तत्पर हैं।’’

उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के समान मूल्य हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे साझा हित हैं; हम दोनों शायद दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश हैं…लेकिन हमारा इस्लाम उदार इस्लाम है, जो समावेशिता और सहिष्णुता को बढ़ावा देता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आने वाले दिनों और आने वाले वर्षों में हमारे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम इस इतिहास का उपयोग करें, इस भाईचारे के बंधन का उपयोग करें, ताकि अधिकांश क्षेत्रों में हमारे लोगों को लाभ हो।’’

इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देश फलस्तीन पर साझा रुख रखते हुए विदेश नीति के क्षेत्र में समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने फलस्तीन मुद्दे के दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान और इंडोनेशिया दोनों इस संबंध में हमेशा एक समान रुख बनाए रखेंगे।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने अपनी यात्रा के दौरान गर्मजोशी से स्वागत और शानदार आतिथ्य के लिए पाकिस्तान सरकार और जनता के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात है कि जेएफ-17 थंडर सहित पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने उनके विमान का अनुरक्षण किया।

इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री शहबाज को पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर इंडोनेशिया आने का निमंत्रण भी दिया। इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री आवास पहुंचने पर सुबियांतो को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

भाषा

अमित नरेश

नरेश