कराची, 12 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक नाबालिग हिंदू लड़की को अगवा करके उसकी एक उम्रदराज व्यक्ति से शादी कराने और फिर जबरन धर्मपरिवर्तन कर उसे मुसलमान बनाने का मामला सामने आया है। समुदाय के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
यह मामला तब सामने आया जब एक दिन पहले ही हैदराबाद से अगवा की गई एक अन्य नाबालिग हिंदू लड़की को एक साल की लंबी मशक्कत के बाद बुधवार को अदालत के आदेश पर उसके परिवार को वापस सौंप दिया गया।
पाकिस्तान दारावर इत्तेहाद संगठन के प्रमुख शिवा फकीर काची ने कहा कि 16 वर्षीय लड़की को बुधवार को उसके गांव हुंगुरू से अगवा कर लिया गया और उसकी शादी जबरन एक अधिक उम्र के व्यक्ति से करा दी गई जिसने उसका धर्म जबरदस्ती इस्लाम में परिवर्तित करा दिया।
काची ने कहा, ‘‘लड़की को समुरा इलाके के पास एक मदरसे में ले जाया गया और उसकी शादी कर दी गई। जब माता-पिता बृहस्प्तिवार को उसे देखने के लिए मदरसे में गए, तो मौलवी ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह अब हिंदू परिवारों के लिए एक नियमित घटना बन गई है कि उनकी युवा बेटियों और बहनों को इन जगहों पर जबरन ले जाया जाता है और उनका धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम पुरुषों से शादी करा दी जाती है।’’
हैदराबाद की एक सत्र अदालत ने बुधवार को एक लड़की को उसके परिवार के साथ फिर से मिलाने का आदेश दिया, जिसका पिछले साल हैदराबाद से अपहरण करने के बाद धर्म परिवर्तन कराया गया था और फिर एक मुस्लिम व्यक्ति से उसकी शादी कर दी गई थी।
काची ने कहा कि पाकिस्तान में अधिकांश हिंदू परिवार गरीब हैं, इसलिए उनकी महिलाएं आसान लक्ष्य होती हैं और जब उनका अपहरण किया जाता है, तो सरकारी व्यवस्था से समर्थन की कमी के कारण उनके परिवारों को उनकी वापसी सुनिश्चित करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाला उनका संगठन अपहृत किशोरी को बरामद करने के लिए कानूनी सहारा लेगा।
भाषा संतोष प्रशांत
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